मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम पर दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न
रायपुर, 18 फरवरी 2020/ मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद मंे संपन्न हुआ। प्रशिक्षण में प्रदेश के सभी विकासखण्डों के मास्टर ट्रेनर्स शामिल हुए। प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के दौरान स्वयं आपदाओं से निपटने के लिए क्रियाओं में सहभागिता देते हुए प्रेक्टिल करके सिखा। प्रशिक्षण का उद्देश्य शाला सुरक्षा के लिए ऐसे टेªनर्स विकसित करना है जो आगे अपने जिले में सुरक्षित शनिवार और शाला सुरक्षा पर स्थानीय शिक्षकों ट्रेनिंग दे सकें। प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को मास्टर ट्रेनर्स का सर्टिफिकेट, बैच और कार्यक्रम से संबंधित जानकारी पेनड्राइव के माध्यम से प्रदान की गई।
प्रशिक्षण में मुख्यताः आपदा-प्रबंधन, बाल सुरक्षा, शाला सुरक्षा, जल एवं स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर जानकारी दी गई। इन सत्रों के दौरान हॅजार्ड हंट (जोखिम ढुंढना) एवं प्रस्तुतीकरण, समाधान, प्राथमिक उपचार एवं सहायता और सुरक्षित शनिवार के संबंध में चर्चा की गई।
प्रशिक्षण में बताया गया कि योजना के तहत शाला सुरक्षा की दृष्टि से शालाओं में बेसलाइन आंकलन कर विभिन्न प्रकार की आपदाओं का आंकलन और उससे निपटने के लिए वर्तमान में उपलब्ध संसाधन की जानकारी, शाला में सुरक्षा आॅडिट और आपदा प्रबंधन योजना तैयार करवाना, शिक्षकों एवं बच्चों का सुरक्षा की दृष्टि से क्षमता विकास, माॅक ड्रिल का अभ्यास करवाया जाए। बच्चों के लिए पाठयक्रम में आपदा प्रबंधन से संबंधित जानकारियों को शामिल किया जाए। सभी शालाओं में शाला सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों का प्रदर्शन तथा शाला सुरक्षा आपदा प्रबंधन समिति का गठन कर जिम्मेदारियां सौपी जाएं।
प्रशिक्षणार्थियों से अपेक्षाएं की गई है कि सभी शालाओं में राज्य द्वारा तैयार और वहां उपलब्ध करवाये गए ई-सुरक्षा पठन सामग्री को उपलब्ध करवाएं, प्रत्येक शाला से कम से कम एक शिक्षक को आपदा प्रबंधन पर आनलाइन प्रशिक्षण में शामिल करवाएं। सभी शालाओं में सुरक्षा आॅडिट और शाला सुरक्षा योजना तैयार करवाई जाए।
राज्य स्तर पर नीतिगत निर्णय में शालाओं में सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त पोस्टर डिजाईंन कर उपलब्ध करवाया जाए। पाठ्यपुस्तकों में शाला सुरक्षा और आपदा प्रबंधन पर सामग्री उपलब्ध करवायी जाए। सभी शालाओं में सुरक्षा आॅडिट और माॅकड्रिल आदि के आयोजन हेतु निर्देश दिए जाए। विभिन्न स्थानीय भाषा में तैयार शाला सुरक्षा मार्गदर्शिका को मुद्रित कर उपलब्ध करायी जाए।