मंत्री रविंद्र चौबे ने पीएससी के चयनित अभ्यर्थियों का किया सम्मान, सफलता पर टुटेजा एकेडमी की सराहना की…

मंत्री रविंद्र चौबे ने पीएससी के चयनित अभ्यर्थियों का किया सम्मान, सफलता पर टुटेजा एकेडमी की सराहना की…

रायपुर. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे व महापौर एजाज ढेबर ने रविवार को शहीद स्मारक भवन में पीएससी 2008 के चयनित अभ्यर्थियों का सम्मान किया. सम्मान समारोह का आयोजन टुटेजा एकेडमी के द्वारा किया गया. इस मौके पर रविन्द्र चौबे ने पीएससी में चयनित अभ्यर्थियों को कहा कि यदि आप एक गरीब के आंसू भी पोछ पाए तो आप सफल हैं. इस सम्मान समारोह में छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग के संचालक तारण सिन्हा,  महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक जन्मेजय महोबे, आईआरएस डिप्टी कमिश्नर जीएसटी के नीरज दुबे, श्रवण बंसल, सुनील टुटेजा, रमेश देवांगन, राजेश अग्रवाल, राजीव जायसवाल एवं अन्य लोग उपस्थित रहे.

बता दें कि 2018 पी.एस.सी. की टॉपर अनिता सोनी रायपुर टुटेजा एकेडमी की ही छात्रा हैं. इस संस्थान से 93 से अधिक अभ्यर्थी अंतिम रूप से 2018 की परीक्षा में चयनित हुए हैं. यही नहीं टॉप 15 में 11 अभ्यर्थी संस्थान के ही हैं. चयनित अभ्यर्थियों द्वारा नये विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया गया. सुनील टुटेजा, रमेश देवांगन, डॉ. मानस दुबे द्वारा 9 फरवरी की प्रारंभिक परीक्षा एवं मुख्य परीक्षा की रणनीति पर चर्चा की गई और प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर दिए.

 

टॉपर अनिता सोनी ने परीक्षा के पाठ्यक्रम परिवर्तन के बाद प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए रणनीति पर व्यापक चर्चा की. उन्होंने बताया कि परीक्षा में ज्यादा घण्टे पढ़ने से अच्छा जितना देर पढ़ाई करें उस वक्त मन लगाकर करनी चाहिए. राहुल शर्मा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि अनुशासन व निरंतरता ही सफलता का मंत्र है.

1989 में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के राज्य सेवा परीक्षा में सर्वोच्च स्थान लेकर अनिल टुटेजा डिप्टी कलेक्टर बने. उसके बाद से यह संस्थान निरन्तर छ.ग. लोक सेवा आयोग की तैयारी कर रहे छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करता आ रहा है. तैयारी करते हुए छात्रों को कुछ कठिनाइयां का सामना करना पड़ता है. जो कि आम तौर पर पिछड़े हुए क्षेत्रों के सभी प्रतियोगी की लिए होती है. जैसे मार्गदर्शन का अभाव, अध्ययन सामग्री का अभाव, सफल लोगों से संपर्क का अभाव का. इस बात को ध्यान रखते हुए सुनील टुटेजा ने एक ऐसे संस्थान की परिकल्पना की जो नगर व अंचल के प्रतियोगियों को सफलता का सही मार्ग दिखा सकें. उनकी यह कल्पना 5 सितंबर 1991 को टुटेजा के रूप में साकार हुई. वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद टुटेजा ट्यूरटोरियल्स सर्वाधिक चयन देने वाली संस्था है. इस संस्थान में पी.एस.सी. 2003, 2005, 2008, 2011, 2016, 2018 में स्टेट टापर्स इसी संस्थान के विद्यार्थी हैं.

The News India 24

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