मुम्बई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने पिंपरी-चिंचवाड में एक समीक्षा बैठक में अपनी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं से कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से काफी कुछ सीखा जा सकता है। वे जिस तरह दृढ़ निश्चय के साथ किसी काम को लेकर आगे बढ़ते हैं वह अनुकरणीय है।
पवार मवाल लोकसभा सीट के चुनावी नतीजे की समीक्षा कर रहे थे। यहां उनके पोते पार्थ पवार को हार का सामना करना पड़ा।शरद पवार ने कहा कि चुनाव के दौरान आरएसएस ने भाजपा को समर्थन दिया। आरएसएस के लोग डोर-टू-डोर अभियान के जरिए मतदाताओं तक पहुंचे। भाजपा को 2014 और 2019 के चुनाव में आरएसएस के नेटवर्क का फायदा मिला है। एक भाजपा नेता से बातचीत के दौरान जब मैंने उनकी कार्यप्रणाली जानना चाहा उन्होंने कहा कि दृढ़ निश्चय और अनुशासन ने हमारी मदद की। मुझे नहीं लगता कि वह जो कुछ कर रहे हैं हमें उसे अपनाने की जरूरत है लेकिन लोगों के साथ जुड़ने और बातचीत करने की उनकी स्किल महत्वपूर्ण है। हमें उनसे सीखना चाहिए। आज या कल जब आप लोगों तक पहुंचना शुरू करें तो इसे अपने दिमाग में जरूर बिठाकर रखें। यदि हम अभी से इसे करें और मतदाताओं से जुड़ें तो वह यह नहीं कहेंगे कि आप केवल चुनाव के दौरान आते हैं। ये मत भूलें कि हमारी पार्टी को चुनाव में करारी हार मिली है। केवल चार उम्मीदवार ही जीत पाए। शरद पवार ने लोगों तक पहुंचने और विधानसभा चुनाव के लिए नए चेहरों के बारे में सुझाव देने के लिए कहा है। पवार ने विधानसभा चुनाव को लेकर एक्सरसाइज शुरू कर दी है। राज्य में इसी साल चुनाव होने हैं