कांग्रेस शासनकाल में 99 रू. प्रतिबोरी मिलने वाला सीमेंट 15 साल रमन शासनकाल में 325 रू. प्रतिबोरी तक पहुंचा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक बतायें 325 रू. प्रतिबोरी की सीमेंट महंगा या 220 रू. की बोरी का बार-बार बोलने से झूठ सच नहीं बन जाता कौशिक एक सप्ताह में दो बार एक ही झूठ को दोहराकर गोयबल्स का रिकार्ड तोड़ा
रायपुर/05 फरवरी 2020। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के द्वारा एक ही झूठ बार-बार दोहराने पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक बार-बार झूठ बोलकर झूठ को सच नहीं बना सकते। एक सप्ताह में दो बार एक ही झूठ को दोहराकर गोयबल्स का रिकार्ड तोड़ा है। रमन शासनकाल में अनेक बार सीमेंट के दाम बढ़ाने वाले भाजपा के नेता सीमेंट के दामों में वृद्धि का आरोप लगाकर घड़ियाली आंसू न बहाये। धरमलाल कौशिक सरकार में जब मंत्री थे और 5 साल तक विधानसभा अध्यक्ष रहे, तब सीमेंट का दाम 99 रू. से बढ़कर 325 रू. प्रतिबोरी तक पहुंचा था। ऐसा लगता है कि धरमलाल कौशिक चंदा वसूली का जो आरोप लगाते है ये उनका पूर्व सरकार का अनुभव है। जो वे बार-बार इस तरीके के निराधार आरोप लगाते है। भाजपा सरकार के भारी कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के कारण ही प्रदेश की जनता ने भाजपा को सत्ता से बाहर किया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने पहले भी कड़ाई से सीमेंट के दामों में वृद्धि को रोका और आने वाले दिनों में भी सीमेंट सस्ती दरों में जनता को उपलब्ध करायेगी। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक बतायें रमन शासन काल में 325 रू. प्रति बोरी के दाम में मिलने वाला सीमेंट सस्ता था या आज 220 रू. प्रतिबोरी की दर पर मिलने वाला सीमेंट सस्ता है। छत्तीसगढ़ में जब 2003 में कांग्रेस की सरकार थी तब राज्य में सीमेंट की कीमत 99 रू. प्रतिबोरी थी। भाजपा की रमन सरकार बनते ही 2004 में सीमेंट के दाम 120 रू. प्रति बोरी हो गया था। 2005 के शुरूआत में तो सीमेंट के दाम 155 रू. बोरी तक पहुंच गया। 2006 में यह दाम सीधे 200 के ऊपर हो गया। इसके बाद 2008 में सीमेंट कंपनियों ने सीधे 250 से 300 रू. बोरी तक पहुंचा दिया, लेकिन सीमेंट के दाम घटने के बजाय और बढ़े रमन राज में एक बार फिर से सीमेंट के दाम 325 तक पहुंच गये थे। मांग की गिरावट और वैश्विक मंदी के बाद सीमेंट के दाम फिर से 300 रू. के नीचे गिरा जो 245 से 250 रू. तक पहुंचा। दिसंबर 2018 में रमन सरकार के रहते सीमेंट के दाम 240 से 245 रू. बोरी था।