दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने की योजना प्रारंभिक तौर पर छह स्कूलों में शुरू होगी
रायपुर, 28 जनवरी 2020/ राज्य के दूर-दराज क्षेत्रो के स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं के छात्रों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने की योजना है। यह एक नवाचार है जिसमें प्रारंभिक तौर पर छह स्कूलों का चयन किया गया है। इसके सफल होने पर यह योजना पूरे राज्य के स्कूलों में लागू की जाएगी। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डाॅ. आलोक शुक्ला द्वारा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में राज्य के विभिन्न स्कूलों में विषय विशेषज्ञों, प्राचार्यों की बैठक लेकर दूरस्थ शिक्षा के संबंध में चर्चा की गई।
डाॅ. आलोक शुक्ला ने प्राचार्यों को बताया कि कैसे विषय-विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई पाठ्य सामग्री को 5-6 मिनट के वीडियों पाठ के द्वारा विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने इस पर चर्चा करते हुए बताया कि स्कूलों में निर्धारित समय-सारणी के अनुसार एक विषय की किसी इकाई पर आधारित पाठ को 20 मिनट समझाने के बाद विद्यार्थियों द्वारा अपनी समस्या को जूम एप्प के माध्यम से विषय-विशेषज्ञ से पूछा जाएगा। इसका तत्काल समाधान अनुभवी शिक्षकों द्वारा किया जाएगा और विद्यार्थियों को सौंपे गए कार्य का मूल्यांकन कर उसकी खामियों का निराकरण किया जाएगा।
बैठक में भौतिकी, जीव विज्ञान, रसायन शास्त्र, गणित, अंग्रेजी, विषय-विशेषज्ञों ने अपने-अपने विषयों के कठिन पाठ पर चर्चा की। बैठक में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के संचालक श्री पी. दयानंद, संचालक लोक शिक्षण श्री एस. प्रकाश, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण डाॅ. योगेश शिवहरे, सभी विषयों के विषय-विशेषज्ञ और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के अधिकारी एवं विषय-विशेषज्ञ उपस्थित थे।