जो प्रकृति के साथ रहता है, उसे सुकून तो मिलता है और उसका आशीर्वाद भी मिलता है : सुश्री उइके……..राज्यपाल ‘फल-फूल सब्जी प्रदर्शनी’ में हुई शामिल

जो प्रकृति के साथ रहता है, उसे सुकून तो मिलता है और उसका आशीर्वाद भी मिलता है : सुश्री उइके……..राज्यपाल ‘फल-फूल सब्जी प्रदर्शनी’ में हुई शामिल
        रायपुर, 12 जनवरी 2020/ जो प्रकृति के साथ रहता है, उसे सुकून तो मिलता है और उसका आशीर्वाद भी मिलता है। साथ ही प्रकृति उसे बहुत कुछ भी देती है। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कही। वे प्रकृति की ओर संस्था द्वारा गांधी उद्यान में आयोजित ‘फल-फूल सब्जी प्रदर्शनी’ समारोह को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि मेरी स्वयं भी उद्यानिकी और कृषि में रूचि है। मैंने भी एक छोटा सा उद्यान विकसित किया है। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं मैं जब खाली समय में इस उद्यान में समय व्यतीत करती थी, वहां मुझे जो सुकून मिलता था, उसे मैं बयां नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि मैं यह प्रयास करूंगी कि शासन फूलों की खेती को बढ़ावा देने और उसे बाजार उपलब्ध कराने के लिए पहल करे।
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        राज्यपाल ने कहा कि फूल, पौधे, वृक्ष और प्रकृति हमारे जीवन को खुशनुमा और आनंददायक बनाते हैं। हमारे जीवन में इनका अहम योगदान और महत्वपूर्ण स्थान है। प्रकृति अपने आप में अत्यंत सुंदर और संतुलित है। प्राचीन काल से ही फूलों का महत्व रहा है। फूलों का उत्पादन और खेती ने आज एक तेजी से बढ़ रहे उद्योग का रूप ले लिया है। फूल केवल क्यारियों और बगीचों की शोभा बनने तक सीमित नहीं हैं बल्कि आज लाखों और करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी का जरिया बन चुका है। यह व्यवसाय आज केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना स्थान बना चुका है। हमारे राज्यों में भी अलग-अलग जलवायु के क्षेत्र हैं और यहां भी फूलों की खेती की भरपूर संभावनाएं हैं। ऐसी ही भरपूर संभावनाएं फल उद्यान और सब्जियों की खेती के लिए भी है। मुझे विश्वास है कि राज्य में फल, पुष्प और सब्जी का उत्पादन एक बहुत बड़े व्यवसाय के रूप में हमारे सामने आयेगा।
        विधानसभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत ने कहा कि ऐसे प्रदर्शनी का आयोजन निश्चित ही सराहनीय है मगर प्रदेश में फूलों की इतनी मांग होने के बावजूद स्थानीय स्तर पर पूर्ति नहीं कर पाते। फूलों की खेती भी नहीं कर पा रहे हैं। हमें प्रयास करना चाहिए कि फूलों की खेती को प्रोत्साहित करें।
          वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसके परिणाम स्वरूप कई परिवार अपने घर के छतों में उद्यानिकी कर रहे हैं और धनिया-मिर्च जैसे पौधे उगा रहे हैं। यहां गुलाब की फूल की खेती हो रही है, उसका निर्यात भी किया जा रहा है। वास्तव में फूल ही लोगों के जीवन में खुशियां लाते हैं।
         इस कार्यक्रम में शहर के विभिन्न उद्यानों और उन्हें देखरेख करने वाली विभिन्न संस्थाओं को सम्मानित भी किया गया। राज्यपाल ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम में जिंदल पॉवर एंड स्टील लिमिटेड के अध्यक्ष श्री प्रदीप टंडन, उद्यानिकी विभाग के संचालक श्री प्रभाकर सिंह भी उपस्थित थे।

The News India 24

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