संविधान का गला घोटने को राष्ट्रवाद का नाम न दे बृजमोहन : शैलेश नितिन त्रिवेदी
रायपुर/08 जनवरी 2020। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि संविधान की मूल भावना का गला घोंटने के कृत्य को राष्ट्रीय हित का नाम देने का प्रयास कर रहे हैं बृजमोहन अग्रवाल। देश के इतिहास में यह पहला अवसर है जब पहले दोनों सदनों में कानून पास किया गया, फिर मिस्ड कॉल से स्वीकार्यता और सहमति जांची जा रही है। संख्या बल के अहंकार में मोदी सरकार संविधान की मूल भावना के विपरीत, संविधान की प्रस्तावना में निहित पंतनिरपेक्षता के विपरीत, संविधान के अनुच्छेद 14 के तहत समता और समानता के विपरीत और अनुच्छेद 15 के तहत धार्मिक सांप्रदायिक आधार पर भेदभाव से निषेध के विपरीत पहले तो आर एस एस के हिडन एजेंडे को पूरा करने के उद्देश्य से सांप्रदायिकता की खाई चौड़ी करने के उद्देश्य से कानून बनाती है और जब पूरे देश में विरोध होने लगता है तब झूठ और भ्रम फैलाकर सहमति दिखाने अभियान चलाने का दिखावा करती है। असल तथ्य यह है कि बीजेपी और आरएसएस के झूठ भ्रम और कुतर्कों को देश की जनता जाग चुकी है और समझ भी चुकी है इसलिए अब देशभर में शैक्षणिक संस्थानों, विश्वविद्यालयों और बुद्धिजीवियों के बीच सीएए के विरोध में जो चर्चा चल रही है उसे कुचलने का प्रयास भाजपा और संघ परिवार कर रहे है। बृजमोहन अग्रवाल का बयान इन्हीं कोशिशों का हिस्सा है।