खाद्य मंत्री श्री भगत ने किया धान खरीदी केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण….रीवां खरीदी केन्द्र में अव्यवस्था पर समिति प्रबंधक सहित संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई के दिए निर्देश

खाद्य मंत्री श्री भगत ने किया धान खरीदी केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण….रीवां खरीदी केन्द्र में अव्यवस्था पर समिति प्रबंधक सहित संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई के दिए निर्देश
बारिश की वजह से 2 और 3 जनवरी को धान नहीं बेंच पाने वाले किसानों को पुनः जारी होगा टोकन 
रायपुर, 03 जनवरी 2020/ खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत ने आज मंदिर हसौद, उमरिया, रीवां और आरंग के धान खरीदी केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया। श्री भगत ने रीवां उपार्जन केन्द्र में निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था पाए जाने पर वहां के समिति प्रबंधक सहित संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करने निर्देश दिए हैं। श्री भगत ने कहा कि वे धान खरीदी केंद्रों का निरंतर औचक निरीक्षण करेंगे और अव्यवस्था और किसी तरह की शिकायत मिलने पर कार्रवाई करेंगे।
    श्री भगत ने कहा है कि अचानक बारिश की वजह से जो किसान 2 और 3 जनवरी को धान नहीं बेच पाए हैं उन्हें पुनः टोकन जारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिये। प्रदेश में खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 मंे किसानों से अब तक 32.63 लाख मेट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है। गत दिनों प्रदेश के कुछ हिस्सों में आकस्मिक बारिश होने के कारण कुछ खरीदी केन्द्रों के फड़ के गीले होने की स्थिति निर्मित हुई है। ऐसी स्थिति में किसानों को 2 और 3 जनवरी को धान बेचने हेतु जारी टोकन के स्थान पर पुनः टोकन जारी किया जाएगा। शासन द्वारा पंजीकृत किसानों के धान की निर्धारित पात्रता अनुसार खरीदी की समुचित व्यवस्था की गई है। किसान अपना धान पुनः टोकन जारी कराकर खरीदी केन्द्रों में लाकर विक्रय कर सकते हैं।
श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का 2500 प्रति क्विंटल की दर से भुगतान सुनिश्चित करने के लिए समिति गठित की है। यह समिति भारत सरकार तथा अन्य राज्य सरकारों द्वारा किसानों को नगद सहायता देने से संबंधित योजनाओं का परीक्षण कर तथा सभी संबंधित पक्षों से विचार-विमर्श कर एक माह में अनुशंसा प्रस्तुत करेगी।

The News India 24

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *