कांग्रेस ने पूर्व महापौर प्रत्याशी राम शरण यादव को महापौर के रूप में मैदान में उतारा…बीजेपी भी कुछ देर में महापौर का नाम सामने कर सकती है
बिलासपुर/ बिलासपुर नगर निगम में कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी के नाम को लेकर आखिरकार सस्पेंस ख़त्म हो गया है,पिछले कई दिनों के खींचतान के बाद कांग्रेस ने पूर्व महापौर प्रत्याशी राम शरण यादव को महापौर के रूप में मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने अभी भी सस्पेंस बरक़रार रखा है,अब से कुछ घंटे बाद ही शहर को अपना नया महापौर मिल जायेगा
बिलासपुर में दोनों की राजनितिक पार्टी महापौर के नाम को लेकर आखिरी समय तक सस्पेंस बनाये रखा, कांग्रेस अपने पार्षदों को रिसोर्ट में रखी रही, तो बीजेपी महापौर बनाने के लिए संभावनाएं तलाशते रही, महापौर नाम के ऐलान से पहले आज एक बार फिर कांग्रेस संगठन, विधायक और वरिष्ठ नेताओं को होटल चन्द्रिका में मैराथन बैठक चली, बैठक में कांग्रेस में महापौर के नाम को लेकर काफी देर तक उठापटक होता रहा, जिसके बाद हाईकमान के निर्देश पर पूर्व महापौर प्रत्याशी रामशरण यदाव के नाम पर मुहर लग सकी | अब कांग्रेस के समस्त पार्षद लखि राम आडोटोरिम पहुंचेंगे, शपथ लेंगे साथ ही वोटिंग में हिस्सा लेंगे | हालाँकि महापौर के तौर पर राम शरण के नाम पर मुहर लगाने के बाद क्रॉस वोटिंग की सम्भावना बढ़ गई है, इसी तरह से बीजेपी भी कुछ देर में महापौर का नाम सामने कर सकती है | जिसके बाद प्रत्याशी नामांकन भरेंगे, जिसके बाद वोटिंग की प्रक्रिया शुरू होगी|
बता दें कि दलीय आधार पर गौर करें तो 70 वार्ड वाले बिलासपुर नगर निगम में 37 सीट पर कांग्रेस और 32 सीट पर भाजपा के पार्षद हैं। परिणाम आने से पहले ही कांग्रेस के नेता शेख गफ्फार की मौत से एक सीट रिक्त हो गया है। गौरतलब है कि निकाय चुनाव में कांग्रेस के 35 और कांग्रेस के बागी तीन मिलाकर कुल 38 सीटें जीती हैं। इससे यहां कांग्रेस का पलड़ा भारी दिख रहा है। भाजपा के 30 और भाजपा के बागी दो उम्मीदवार पार्षद चुनकर आए हैं। इस लिहाज से भाजपा के पास कुल 32 पार्षद हैं। पहली नजर में यहां कांग्रेस का महापौर चुना जाना तय माना जा रहा है। लेकिन, क्रास वोटिंग और महापौर के दावेदारों के बीच खींचतान को देखते हुए नतीजा बदल भी सकता है,