महापौर और अध्यक्षों का चुनावी प्रकिया को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य सरकार बड़ा आरोप लगाया कि प्रशासन तंत्र की मदद से खरीद फरोख्त को बढ़ावा दे सके
रायपुर। नगरीय निकाय में पार्षदों का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होने के बाद अब महापौर और अध्यक्षों का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से हो रहा है। इस चुनावी प्रकिया को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य सरकार बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव की प्रक्रिया में बदलाव के पीछे मकसद ही यही था कि प्रशासन तंत्र की मदद से खरीद फरोख्त को बढ़ावा देना।
उन्होने कहा कि प्रजातंत्र में मैं इसे उचित नहीं मानता की नगरीय निकाय जैसे छोटे चुनाव में इस तरह से राजनीति की जाए। डोंगरगढ़ में पार्षद के खिलाफ एफआईआर हो जाना जैसे कई मामले सामने आ रहे हैं। जहाँ-जहां बराबरी की स्थिति है, वहां प्रशासन नंगा नाच कर रहा है।
आपको बता दें कि 6 जनवरी तक महापौर का निर्वाचन होना है। निर्वाचन की प्रकिया 10 नगर निगम के लिए जारी है। 10 नगर निगमों में कांग्रेस की स्थिति भाजपा के मुकाबले बेहद मजबूत है। 4 निगमों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत है, वही अन्य निगमों में निर्दलियों के सहारे कांग्रेस अपना महापौर बनाने की स्थिति में ।