महासमुंद के गांव पचरी में समाधि करने के जुनून ने एक युवक की जान ले ली…. 108 घंटे की समाधि लेने का लिया था फैसला
महासमुंद 22 दिसंबर 2019। महासमुंद के गांव पचरी में समाधि में साधना करने के जुनून ने एक युवक की जान ले ली है। युवक बीते पांच वर्षों से ऐसा करता आ रहा था, लेकिन इस मर्तबा उसकी जान चली गई। चम्मन नाम के एक युवक ने सबसे पहले वर्ष 24 घंटे, दूसरे वर्ष 48 घंटे, तीसरे वर्ष 72 घंटे और चौथे वर्ष 96 घंटे की समाधि ली थी। उसे चारों ही मर्तबा बेहोशी की हालत में गड्ढे से जिंदा निकाला गया था।
इस बार समाधि की समय सीमा खत्म होने के बाद उसे निकाला गया तो वह अचेत था। उसका घर पर इलाज करने के बाद हालत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। घटना पटेवा थाना क्षेत्र के ग्राम पचरी की है। मृतक चम्मन लाल जोशी पिछले पांच साल से गुरु घासीदास जयंती के उपलक्ष्य पर समाधि लेते आ रहा था।
इस मर्तबा 16 दिसंबर को सुबह 8 बजे उसने पांचवीं बार 108 घंटे की समाधि लेने का फैसला लिया। इसके लिए चार फीट गड्ढा खोदा गया,उसके बाद युवक गड्ढे में जा बैठा। उसके सहयोगियों ने गड्ढे को लकड़ी के पटरों से ढंका और उस पर मिट्टी डाल दी। जब पांच दिन बाद 20 दिसंबर को उसे समाधि से बाहर निकाला तो बेहोश था, उसे अस्पताल में ले जाया गया, यहां चिकित्सकों ने उसकी जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया। स्थानीय बाशिंदों के अनुसार चम्मन ने शादी नहीं की थी, वह अकेला रहता था।