खेल से युवाओं में आती है राष्ट्रीयता की भावना : सुश्री उइके……..प्रतियोगिता के विजेताओं को किया पुरस्कृत

खेल से युवाओं में आती है राष्ट्रीयता की भावना : सुश्री उइके……..प्रतियोगिता के विजेताओं को किया पुरस्कृत
राज्यपाल एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन समारोह में हुई शामिल
रायपुर, 04 दिसंबर 2019/ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके आज रायपुर के कोटा स्टेडियम में राज्य स्तरीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन समारोह में शामिल हुई और विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया।
राज्यपाल ने कहा कि खेल युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना पैदा करता है। जीवन में सफलता के साथ-साथ असफलता भी मिलती है। खेल जीवन में असफलता के समय हौसला भी प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि यह बड़ी बात है कि दूरस्थ क्षेत्रों से और जनजातीय समाज के बच्चे वहां से निकलकर यहां पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। यह उनकी खेलों के प्रति लगन और समर्पण को दिखाता है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़-देश तथा अपने शिक्षकों का नाम रोशन करेंगे।
सुश्री उइके ने कहा कि वे स्वयं इस प्रकार के तमाम खेलों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेती थी और इसी खेल भावनाओं ने मुझे प्रेरणा दी और विभिन्न दायित्व निभाते हुए आज छत्तीसगढ़ के राज्यपाल पद तक पहुंच पाई हूं। उन्होंने कहा- मैं स्वयं आदिवासी समाज से हूं और वहां से निकलकर चुनौतियों का सामना करते हुए यहां तक पहुंची हूं। यहां पर भी बस्तर, सरगुजा तथा अन्य जनजातीय क्षेत्रों के बच्चे इस खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए एकत्रित हुए हैं, उन्हें मैं शुभकामनाएं देती हूं और कामना करती हूं कि ये बच्चे जीवन में उल्लेखनीय सफलता हासिल करें।

राज्यपाल ने कहा कि जिस तरह अच्छी शिक्षा और संस्कार जीवन के लिए जरूरी है, उसी तरह स्वस्थ जीवन के लिए खेल भी उतना ही महत्वपूर्ण है। हमारा देश खेलों के विकास के एक नये युग की ओर बढ़ चुका है। खेलों के प्रति लोगों की सोच में भी परिवर्तन आया है। अब खेल को एक कैरियर के रूप में लिया जाता है। उन्होंने पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और उन्हें संरक्षित करने का आग्रह किया। राज्यपाल ने कहा कि पारंपरिक खेल हमारी पहचान होती है और संस्कृति का हिस्सा भी होती है। हो सके तो इसमें नई तकनीक का इस्तेमाल करें। ऐसे पारंपरिक खेलों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए।

राज्यपाल ने कहा कि खेलकूद से तन और मन दोनों स्वस्थ रहता है, जो व्यक्ति के समग्र विकास के लिए आवश्यक है। जिस तरह एक अच्छी शिक्षा और संस्कार जीवन के लिए जरूरी है, उसी तरह अच्छा स्वास्थ्य और ऊर्जा से भरपूर जीवन भी महत्वपूर्ण है। प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग को समस्त खेलों में प्रथम स्थान और अंतागढ़ के श्री अर्जुन कवाची को सर्वोत्तम खिलाड़ी का पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम में यह घोषणा की गई कि जो खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर के खेलों में पदक जीतकर आएगी, उन्हें राजभवन में सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सोनमणि बोरा, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विभाग के आयुक्त श्री डी.डी. सिंह सहित खिलाड़ीगण और दर्शकगण उपस्थित थे।

The News India 24

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