राजनांदगांव में चिटफण्ड कंपनी संचालक की 7 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क…..निवेशकों को पैसा लौटाने की प्रक्रिया शीघ्र की जायेगी प्रारंभ
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर डीजीपी ने पुलिस अधीक्षकों को चिटफण्ड कंपनी संचालकों पर सख्त कार्यवाही के दिये निर्देश
जिलों में 38 प्रकरणों में से 113 एजेंटों के नाम किये गये पृथक
रायपुर 03 दिसम्बर 2019/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर डीजीपी श्री डी. एम. अवस्थी ने आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में समस्त पुलिस अधीक्षकों को चिटफण्ड कंपनियों के संचालकों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। वीडियो कॉफ्रेंसिंग में जानकारी दी गई की राजनांदगांव में चिटफण्ड कंपनी के संचालक प्रेम देवांगन की संपत्ति कुर्क कर 7 करोड़ 61 लाख से अधिक की राशि शासन के खाते में जमा कर दी गई हैै। उक्त राशि निवेशकों को शीघ्र ही लौटाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसी प्रकार बिलासपुर जिले में चिटफण्ड कंपनी के संचालक कमलेश सिंह की संपत्ति कुर्क कर 2 लाख 80 हजार की राशि निवेशक को प्रदान की गई है। श्री अवस्थी ने निर्देश दिए कि चिटफण्ड कंपनियों के एजेंटों पर चल रहे प्रकरणों को न्यायालय के माध्यम से शीघ्र ही वापस लेे, साथ ही कंपनियों के संचालकों की संपत्तियां कुर्क कर निवेशकों को शीघ्र ही राशि लौटाने की प्रक्रिया शुरू की जाये।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पुलिस महानिदेशक श्री डी.एम. अवस्थी ने चिटफण्ड कंपनियों के एजेंटों के विरूद्ध न्यायालय एवं पुलिस के समक्ष विवेचनाधीन प्रकरणों की समीक्षा की। राज्य के सभी जिलों में कुल 38 प्रकरणों में 113 एजेंटों के नाम पृथक करने की कार्यवाही की गई है। जिनमें न्यायालय में विचाराधीन 33 प्रकरणों से 102 एजेंट और पुलिस के समक्ष विवेचनाधीन 5 प्रकरणों से 11 एजेंटों के नाम पृथक करने की कार्यवाही की गई है। न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों में रायपुर जिले में 16 प्रकरणों से 42 एजेंट, धमतरी जिले में 4 प्रकरणों से 7 एजेंट, महासमुन्द जिले में 3 प्रकरणों से 12 एजेंट, दुर्ग जिले में 11 एजेंट, बालोद जिले मेें 1 प्रकरण से 2 एजेंट, बिलासपुर जिले में 2 प्रकरण से 6 एजेंट, मुंगेली जिले से 1 एजेंट, जांजगीर जिले में 8 एजेंट और कोरबा जिले में 2 प्रकरणों से 6 एजेंट के नाम पृथक किये गये हैैं। पुलिस के समक्ष विवेचनाधीन प्रकरणों में से महासमुन्द जिले में 3 प्रकरणों में 9 एजेंट, बिलासपुर जिले में 2 प्रकरणों से 2 एजेंटों के नाम पृथक किये गये हैं।