छत्तीसगढ़ी संस्कृति और परम्परा हमारी पहचान: डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम
प्रतिभागियों का प्रदर्शन देख मंत्रमुग्ध हुए अतिथि
जिला स्तरीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य एवं युवा महोत्सव
रायपुर, 22 नवम्बर 2019/ मंत्री स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज सूरजपुर जिला मुख्यालय में आयोजित जिला स्तरीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं युवा महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि सुआ, करमा, शैला, डोमकेच नृत्य और गेड़ी दौड़ छत्तीसगढ़ संस्कृति और परम्परा की पहचान है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कलाकारों को बढ़ावा देने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। जिससे आदिवासियों को एक अच्छा मंच और उचित सम्मान मिल सके। प्रदेश की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य में राज्यगीत प्रारंभ किया गया है। जिसे प्रत्येक राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सुनाया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने मांदर पर थाप देकर नृत्य दलों का उत्साहवर्धन किया।
महोत्सव का शुभारंभ अलग-अलग स्थानीय परिधानों से सुसज्जित जिले के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों से चयनित प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा के जौहर का प्रदर्शन किया। डॉ. टेकाम सहित सभी अतिथि प्रतिभागियों का प्रदर्शन देख मंत्रमुग्ध हो गए। डॉ. टेकाम ने कहा कि प्रतिभागियों का प्रदर्शन और गांव की परम्परा को एक बार फिर से जीवन्त रूप में देखकर बीता हुआ कल सामने आ गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष सरगुुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण एवं विधायक प्रेमनगर श्री खेलसाय सिंह, विधायक भटगांव श्री पारसनाथ राजवाड़े, अध्यक्ष जिला पंचायत श्री अशोक जगते, कलेक्टर श्री दीपक सोनी, जिला प्रशासन के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, स्कूल के विद्यार्थी और ग्रामीणजन उपस्थित थे।
कलेक्टर ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की थीम पर जिला स्तरीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और युवा उत्सव का आयोजन जिला स्तर पर किया जा रहा है। इसमें जिले के प्रत्येक स्थान से प्रतिभागी कलाकार सम्मिलित होकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए जिले के 6 विकास खण्डों को 31 कलस्टर में विभाजित कर 19 से 31 अक्टूबर तक कलस्टर स्तरीय युवा महोत्सव और आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया। इसके बाद 5 से 16 नवम्बर तक विकास खण्ड स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें कलस्टर में प्रथम स्थान प्राप्त प्रतिभागी कलाकारों ने हिस्सा लिया। जिला स्तरीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और युवा महोत्सव का आयोजन 22 एवं 23 नवम्बर को हो रहा है। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त प्रतिभागी कलाकार रायपुर में 12 से 14 जनवरी 2020 में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।
डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और अन्य अतिथियों ने इस अवसर पर शासन की कल्याणकारी योजनाओं के लगाए गए स्टालों का अवलोकन कर सभी प्रदर्शनियों को सराहा।
रोजगार परक योजना बनाकर पण्डो जनजाति के जीवन स्तर को सुधारे: मंत्री डॉ. टेकाम
परियोजना सलाहकार मण्डल की बैठक
स्कूल शिक्षा, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास और परियोजना सलाहकार सूरजपुर के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में आज परियोजना सलाहकार मण्डल की बैठक जिला पंचायत सूरजपुर के सभाकक्ष में आयोजित की गई। डॉ. टेकाम ने कहा कि रोजगार परक योजना बनाकर पण्डो जनजातियों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। योजना में यह ध्यान रखकर कार्य करना है कि पण्डो अपने जीवन में क्या करना चाहते है। शासन का उद्देश्य है कि प्रत्येक परिवार को शासन की योजनाओं का लाभ मिले।
डॉ. टेकाम ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि वर्ष 2020-21 के लिए जिले के हर क्षेत्र में विशेषकर छात्रावास-आश्रम में अध्ययन करने वाले बच्चों को विशेष सुविधाएं, खान-पान, शौचालय, खेलकूद, शिक्षा, विशेष कोचिंग की व्यवस्था की कार्ययोजना तैयार करें। जिले के विकास को ध्यान में रखते हुए हर वर्ग के लोगों के लिए कार्य करना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि छात्रावास में भोजन व्यवस्था, स्वास्थ्य जांच, पढ़ाई-लिखाई ठीक से हो, इसके लिए 15 दिवस में निरीक्षण कर वरिष्ठ अधिकारी को वस्तु स्थिति से अवगत कराएं। बैठक में अध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण एवं विधायक प्रेमनगर क्षेत्र श्री खेलसाय सिंह, विधायक भटगावं क्षेत्र श्री पारसनाथ राजवाडे़, अध्यक्ष जिला पंचायत श्री अशोक जगते, कलेक्टर श्री दीपक सोनी और जिला पंचायत सी.ई.ओ. श्री अश्वनी देवांगन उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने बैठक में छात्रावासों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के आने-जाने की जानकारी रजिस्टर में अंकित करने एवं बच्चो के परिजनों के मिलने का समय भी निर्धारित करने के लिये अधिकारियों से कहा। उन्होंने बताया कि बच्चों के खान-पान, आने-जाने हेतु परिवहन, खेलकूद की व्यवस्था और बेहतर सुविधा देने के लिये कार्ययोजना तैयार कर विभिन्न क्षेत्रो में समृद्ध विकास के लिये कार्य किया जा रहा है।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 में स्वीकृत राशि के कार्य तथा इसके पूर्व वर्षो के अपूर्ण कार्यो की समीक्षा, वित्तीय वर्ष 2020-21 के कार्य योजना पर चर्चा की गई। वित्तीय वर्ष 2019-20 में विशेष केन्द्रीय आदिवासी क्षेत्र उपयोजना मद अंतर्गत स्वीकृत कार्य हेतु क्रियान्वयन एजेंसी का निर्धारण किया गया। शिक्षा विभाग अंतर्गत ई-रिक्शा हॉस्टल, ट्रायबल स्कूल एवं हॉस्टल के लिए फिल्टर एवं वाटर कूलर, छात्रावास-आश्रम में आर.ओ. प्लान्ट, मध्यान्ह भोजन हेतु बर्तन, कक्षा 9वीं से 12वी तक अध्ययनरत छात्राओं हेतु सेनेटरी नेपकीन, स्मार्ट क्लास योजना, नवोदय कोचिंग कार्यक्रम, अनाथ बच्चों का सहयोग कार्यक्रम, व्यावसायिक परीक्षा कोंिचंग, छात्रावास आश्रम में – सी.सी.टी.वी. कैमरा, 3 नग कम्प्यूटर एवं फर्निचर, 43 ईंच एलईडी टीबी, आहाता के उपर कटेंली तार, सोलर पावर प्लांट, ट्यूबेल खनन एवं विद्युत पम्प, भवन निर्माण कार्य, स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत चर्मरोग निदान, सिकल डिसिस, कृषि विभाग अंतर्गत कृषि उत्पाद वृद्धि हेतु प्रशिक्षण, बाडी विकास हेतु फेंसिंग कार्य, ड्रीप स्थापना, स्प्रिकंलर, डिजल पेट्रोल, चेप कटर, लपेटा पाईप, पावर स्प्रेयर, उडानी पंखा, पावर रीपर, नेपसेक, स्टापडेम निर्माण, मत्स्य विभाग से मत्स्यखेट उपकरण, पशुपालन विभाग से अनुसूचित जाति के हितग्राहियों को गाय, बकरी, मत्स्य पालन सुअर पालन, स्वरोजगार योजना से अनुसूचित जनजाति हितग्राहियों को सेंट्रिंग प्लेट खुटा एवं चैनल, अनुसूचित जनजाति बीपीएल हितग्राहियो को टेंट हाउस, कोशल विकास अंतर्गत अजजा के युवा-युवतियों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण एवं अन्य सी.सी. रोड निर्माण, नाली निर्माण, नलकूप खनन, तटबंध निर्माण, मुरुमीकरण विषयों पर भी चर्चा की गई।