धान कोचिया एवं दलालों के ऊपर होने वाली कड़ी कार्यवाही से डॉ. रमन सिंह के पेट में दर्द क्यों? : आर.पी. सिंह
रायपुर/19 नवंबर 2019। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की भूपेश बघेल सरकार भाजपा की तमाम साजिशों एवं अवरोधों के बावजूद 2500 रू. में किसानों का धान खरीदने के लिये कटिबद्ध है। किसान विरोधी डॉ. रमन सिंह एवं भाजपा के नेता इस धान खरीदी से घबराए एवं हड़बड़ाए हुये हैं, और पूरी ताकत से धान खरीदी की प्रक्रिया में व्यवधान डालने की कोशिश कर रहे हैं। एक ओर जहां केंद्र सरकार सेंट्रल पुल में छत्तीसगढ़ किसानों के धान से बना चांवल नहीं लेने की बात कह रही हैं, वहीं दूसरी ओर बड़े पैमाने पर कोचियों और धान दलालों को संरक्षण देने का काम भारतीय जनता पार्टी के नेता और खासकर डॉ. रमन सिंह जैसे लोग करते नजर आ रहे है। डॉ. रमन सिंह का ताजातरीन बयान किसानों के पक्ष में नहीं है बल्कि ये कोचियों और धान तस्करों को प्रोत्साहन देने के लिए दिया गया बयान है। विगत वर्ष सन् 2018-19 में धान कोचिया और दलालों के खिलाफ रमन सरकार ने भी कार्यवाही की थी और कुल 2727 मामले अवैध धान परिवहन के पंजीबद्ध किये थे, जिसमें 8947996 रू. के कुल 62971.49 क्विंटल धान जब्त किया था फिर इस वर्ष होने वाली उसी कार्यवाही का विरोध क्यों? वहीं इस वर्ष पूरे प्रदेश में कल दिनांक 18.11.2019 तक 465 प्रकरण पंजीबद्ध हुये है जिसमें कुल 39748.23 क्विंटल दूसरे प्रदेशों का अवैध धान जब्त हुआ है और कुल 110 वाहन जब्त किये गये है। प्रदेश के किसी भी किसान ने अभी तक यह शिकायत नहीं की है कि प्रशासन ने उसका धान गलत तरीके से जब्त किया हो। सवाल यह उठता है कि जब प्रदेश में बड़ी मात्रा में अवैध धान जिला प्रशासन जब्त कर रहा है तब डॉ. रमन सिंह एवं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? क्या यह दर्द बिचौलियों और धान दलालों के ऊपर होने वाली कड़ी कार्यवाही की वजह से है? भाजपा को इस पेट दर्द की असली वजह स्पष्ट करनी चाहिये। डॉ. रमन सिंह अपने कार्यकाल का वो काला अध्याय भूल गये है जब किसानों के खेत, खलिहान एवं घरों में प्रशासनिक अधिकारी छापा मार कर वैध धान को जब्त किया करते थे, तब ये घड़ियाली आंसू कहां थे डॉ. साहब। एक बानगी देखिये डॉ. रमन सिंह के गृह जिले कवर्धा में बाहर के राज्यों से लाया जा रहा 8000 क्विंटल अवैध धान अभी तक जब्त किया गया है, जो कि इस बात का जीताजागता सबूत है कि किस तरीके से धान कोचियों एवं दलालों की अपरोक्ष मदद करके भूपेश बघेल सरकार की धान खरीदी योजना, किसान समर्थक योजना के खिलाफ साजिश की जा रही है।
डॉ. रमन सिंह के प्रभाव एवं अपरोक्ष संरक्षण में धान कोचिया और दलाली का खेल निरंतर जारी है। डॉ. रमन सिंह बात करते हैं कोचियों के खिलाफ लेकिन कोचियों को संरक्षण देते हुये प्रतीत होते है। डॉ. रमन सिंह का ताजातरीन बयान कोचियों से डॉ. रमन सिंह की मिलीभगत का जीताजागता सबूत है।