धान खरीदी के मुद्दे पर भाजपा के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कसा तंज…सांसद धरना प्रदर्शन के बजाय संसद में अपनी बातें क्यों नहीं रखते? अगर केंद्र चावल नहीं खरीदेगा तो धान सड़ जायेगा, क्या ये छत्तीसगढ़ के किसानों का अपमान नहीं होगा ? क्या ये अन्न का अपमान नहीं होगा?
रायपुर 15 नवंबर 2019। धान खरीदी के मुद्दे पर भाजपा के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखा तंज कसा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सांसद धरना प्रदर्शन के बजाय संसद में अपनी बातें क्यों नहीं रखते? उन्होंने कहा कि अगर केंद्र चावल नहीं खरीदेगा तो धान सड़ जायेगा, क्या ये छत्तीसगढ़ के किसानों का अपमान नहीं होगा ? क्या ये अन्न का अपमान नहीं होगा? सीडब्ल्यूसी की बैठक में शिरकत करने जा रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान खरीदी को लेकर भाजपा के प्रदर्शन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि
“क्या सांसदों को जनता ने वेतन और भत्तों के लिए चुना है ?
अगर वो छत्तीसगढ़ के किसानों की बातों को संसद में नहीं उठायेंगे, तो कौन उठायेगा?
छत्तीसगढ़ की जनता ने उन्हें चुना है…धरना प्रदर्शन के बजाय किसानों के मुद्दे पर दिल्ली में आवाज उठानी चाहिये, संसद में अपनी बातों को रखना चाहिये”
दरअसल प्रदेश में धान खरीदी को लेकर घमासान मचा हुआ है। भाजपा ने वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आज प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन किया। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने जब अपने घोषणा पत्र में 2500 रुपये प्रति क्विंटल में खरीदी की बात कही थी, तो फिर वो केंद्र के पाले में गेंद को क्यों डाल रहा है। भाजपा ने पूछा था कि क्या कांग्रेस ने केंद्र से पूछकर 2500 रुपये प्रति क्विंटल में धान खरीदी की बात घोषणा पत्र में लिखी थी। जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि साल 2013 में जब भाजपा सरकार ने बोनस दिया था, तो क्या उसने केंद्र सरकार से अनुमति ली थी और अगर अनुमति नहीं ली थी, तो फिर वो किस आधार पर बोल रहे हैं कि अनुमति लेनी चाहिये थी।