गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक ली…तेलंगाना और महाराष्ट्र की पुलिसिंग कार्यवाही का अध्ययन करने एक कमेटी बनाई जाएगी
रायपुर। गृह एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज यहां पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि तय किया गया है कि तेलंगाना और महाराष्ट्र की पुलिसिंग कार्यवाही का अध्ययन करने एक कमेटी बनाई जाएगी। कमेटी दोनों राज्यों का अध्ययन कर वहां की सबसे अच्छी व्यवस्थाओं पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। हम उससे अच्छा यहां पर क्या लागू कर सकते हैं, उस दिशा में काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में जो घटनाक्रम हुआ, अभी उससे काफी कम है, पर हमको संतुष्ट नहीं रहना है। हमकों अपराध और कम करना है, इस दिशा में भी ध्यान देने की जरुरत है, यह सारी चर्चा बैठक में हुई है। मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि हर जिले में जाकर पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक की जा रही है। थाना प्रभारियों को बुलाकर वर्तमान कार्यप्रणाली की समीक्षा करने का काम शुरू किया गया है। अब तक 14-15 जिलों की समीक्षा कर चुके हैं,इसी परिपेक्ष्य में आज रायपुर में बैठक हुई। चौकी का थानों में अपग्रेडेशन करना, नया थाना-चौकी खोलना, इसके लिए सीमा का परिसीमन करना ताकि और अधिक सुविधा मिले बैठक में तय किया गया है। पुलिस पेट्रोल पंप को और अधिक खोलना, कर्मचारियों का क्वार्टर नया बनाना क्योकि 40-50 साल पुराना हो चुका है,नया बनाने का प्रस्ताव करना,कर्मचारियों के परिवार पर भी विशेष ध्यान देना, अपराध जिले में किस प्रकार के ज्यादा हैं, नेचर ऑफ क्राइम उस पर फोकस किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम तो रायपुर में है एक जगह से कंट्रोल करने के लिए जो हमने नया विकसित किया है, उसमें जो थोड़ी कमियां है, इसमें नया क्या करना है इसके बजट की बात हुई ताकि एक ही जगह से बैठकर पूरा रायपुर शहर हम कंट्रोल कर लें। सीसीटीवी कैमरा और लगाने की बात बैठक में हुई है। इन सबके लिए 130 करोड़ के बजट की हमको और अधिक आवश्यकता पड़ेगी,जिसकी मांग करेंगे। बैठक में थाना प्रभारियों को हत्या,चोरी, डकैती, बलात्कार, नशा,सट्टा पर ज्यादा फोकस करने के लिए कहा गया है। थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जिसके थाना क्षेत्र में नशा और सट्टा आएगा तो उसकी जिम्मेदारी होगी और उन पर पहले कार्यवाही की जाएगी। थाना प्रभारी अपनी जिम्मेदारी को समझें इसके निर्देश दिए गए हैं। शहर में हुई 26 लाख की लूट पर उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच भंग का तो प्रचार-प्रसार हुआ है। मामले में जल्दी गिरफ्तारी होगी, अब किस आदमी के दिमाग में क्या घूम रहा है, हर व्यक्ति के पीछे पुलिस लगाई नहीं जा सकती। अपराध घटित होता है, उम्मीद है जल्दी गिरफ्तारी हो जाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाके में जो नहीं चाहते कैंप लगे, वह दूसरे लोगों को भड़का कर ग्रामीणों को आगे कर देते हैं। कैंप हम लगा रहे हैं, नक्सलियों को समाप्त करने के लिए और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए तो उनको हमारा साथ देना चाहिए। दूसरों के भड़कावे में आकर विरोध करें, यह उचित नहीं है। हमारे अधिकारी लगे हुए हैं उनको समझाने में ताकि उनकी सुरक्षा के लिए हम लोगों का सहयोग करें।