रामविचार नेताम ने NIA जांच का स्वागत किया, कहा कि जांच से सामने आएगा कि घटना के पीछे कौन है??
रामविचार नेताम ने NIA जांच का स्वागत किया, कहा कि जांच से सामने आएगा कि घटना के पीछे कौन है??
रायपुर,21 मई 2019। “राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने NIA जाँच का स्वागत करते हुए कहा कि NIA देश की सर्वोच्च जाँच ऐजेंसी है और विधायक समेत सुरक्षा कर्मी नक्सलियों के हमले में मारे जाएँ, यह बेहद गंभीर बात है। मुझे उम्मीद है कि NIA जो जाँच करेगी उसमें हर जरुरी बिंदु शामिल होगा, जिससे कि स्पष्ट हो सकेगा कि घटना के पीछे कौन कौन से कारक शामिल हैं।”
विदित हो कि भाजपा विधायक भीमा मंडावी सहित चार पुलिस जवानों की हत्या के मामले में देश की सर्वोच्च जाँच ऐजेंसी NIA ने जाँच का ज़िम्मा सम्हाल लिया है। NIA ने इस प्रकरण में 17 मई को अपराध दर्ज किया है।
राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कहा कि एक घटना जिसमें विधायक की हत्या हो जाती है,उस घटना के तत्काल बाद इंटिलेजेंस के फेलियर होने को नकारा जाता है, यह दावा सरकार तब ही कर देती है जबकि कोई जाँच तक शुरु नहीं हुई, बगैर जाँच के क्लिन चीट देने की हड़बड़ी क्यों थी ? नेताम ने तल्ख लहजे में सवाल किया
“क्या यह सच नहीं है कि, सरकार ने घटना को लेकर कुछ ऐसे संकेत देने की कोशिश की, जिससे कि यह माना जाए कि विधायक भीमा मंडावी और उनके साथ शहीद चार जवान अपना मौत के लिए खुद दोषी हैं”
सांसद नेताम ने कहा –
“नक्सलवाद को खत्म करने के लिए एक ठोस रणनीति की जरुरत है, हमने सोच विचार के नीति बनाई और तय किया कि लड़ेंगे, ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश के कई हिस्से जो नक्सलवाद से मुक्त करा लिए गए थे, वहाँ भी नक्सलियो की पदचाप सुनाई दे रही है, नक्सलवाद का विषय राजनीति का नही है, हमें मिलकर लड़ना होगा लेकिन यह भी सच है कि सरकार की प्राथमिकता सुची में कहीं माओवाद है ही नही”
NIA को केंद्रीय गृह मंत्रालय के सीटीसीआर डिवीज़न (आतंकवाद -रोधी एवं कट्टरवाद- रोधी प्रभाग ) ने 16 मई को पत्र क्रमांक 11011/19/2019/NIA के ज़रिए यह निर्देशित किया कि वे इस प्रकरण की जाँच करें।