महात्मा गांधी के राष्ट्रवाद में सभी के लिए स्थान हैः श्री भूपेश बघेल……..मुख्यमंत्री ने ’गांधी विचार पदयात्रा’ के दौरान डूंडा में आमसभा को किया सम्बोधित
रायपुर, 10 अक्टूबर 2019/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के राष्ट्रवाद में समाज के हर वर्ग के लिए स्थान है। उनके राष्ट्रवाद में कमजोर से कमजोर व्यक्ति की असहमति का भी सम्मान है। महात्मा गांधी का राष्ट्रवाद हमारे संत, महात्माओं, महान विचारकों, महावीर स्वामी, गौतम बुद्ध, गुरूनानक, कबीर, बाबा गुरू घासीदास जैसी विभूतियों के विचारों से प्रभावित है और सभी के लिए कल्याणकारी है। मुख्यमंत्री राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित ‘गांधी विचार पदयात्रा’ के सातवें दिन आज रायपुर जिले के डूंडा में आयोजित आमसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने आमसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान छत्तीसगढ़ के ग्राम कंडेल में प्रथम सविनय अवज्ञा आंदोलन हुआ था। यहां किसानों पर अंग्रेजों द्वारा सिंचाई कर लगाने के निर्णय के विरोध में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव के नेतृत्व में कंडेल नहर सत्याग्रह किया गया। किसानों ने अंग्रेजों द्वारा लगाया गया सिंचाई कर देने से इंकार कर दिया था। इस नहर सत्याग्रह में शामिल होने के लिए महात्मा गांधी कंडेल आने वाले थे। यह सूचना मिलने पर अंग्रेजों को सिंचाई कर हटाना पड़ा। कंडेल नहर सत्याग्रह की स्मृति को चिरस्थायी बनाने और गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कंडेल से ‘गांधी विचार पदयात्रा’ प्रारंभ की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने किसानों, मजदूरों की लड़ाई लड़ी। नारी शिक्षा, नारी उत्थान और स्वावलम्बन के लिए काम किया। महात्मा गांधी अस्पृश्यता के खिलाफ थे। उन्होंने अछूतों का साथ दिया, अपने सिर पर खुद मैला धोया, मवेशियों के चमड़े से अपने हाथों से चप्पल बनाई और हर काम को सम्मान दिया। उन्होंने स्वदेशी और स्वावलम्बन को बढ़ावा देते हुए चरखा चलाया और ब्रिटिश सम्राज को आर्थिक चोट पहुंचायी। उन्होंने सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी दिलाई। महात्मा गांधी के इस रास्ते पर चलकर दुनिया के अनेक देशों ने स्वाधीनता पायी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है। छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी की स्मृति में विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया और 4 अक्टूबर से गांधी जी के विचारों और आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कंडेल से ’गांधी विचार पदयात्रा’ प्रारंभ की गई। उन्होंने कहा इस पदयात्रा का आज समापन नहीं हो रहा बल्कि यह अब विकासखण्डों तक पहुंचेगी।
श्री बघेल ने कहा कि भगवान राम की माता कौशल्या छत्तीसगढ़ की थीं और इसी के अनुरूप छत्तीसगढ़ के भांजा का चरण स्पर्श किया जाता है। उन्होंने शबरी के झूठे बेर खाये, केवट को गले लगाया। छत्तीसगढ़ के जन-जन में भगवान राम समाये हैं।
श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चल रही है। राज्य सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया, किसानों को देश में सबसे अधिक 2500 रूपए प्रति क्विंटल धान का मूल्य दिया। तेन्दूपत्ता संग्रहण की दर बढ़ाकर चार हजार रूपए प्रति मानक बोरा किया।
विधायक श्री मोहन मरकाम ने कहा कि आज देश में दो प्रकार की विचारधारा चल रही है। एक देश को जोड़ने वाली और दूसरी तोड़ने वाली है। देश को बापू के राष्ट्रवाद की जरूरत है, जो सभी को जोड़े और सभी के कल्याण के लिए हो। उन्होंने कहा महात्मा गांधी के दर्शन और विचार को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ सरकार महात्मा गांधी के विचारों एवं आदर्शों के अनुरूप योजनाएं बनाकर कार्य कर रही है।
महापौर श्री प्रमोद दुबे ने भी रायपुर जिले की सीमा में पदयात्रा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्री मोहन मरकाम के नेतृत्व में आयोजित यह पदयात्रा आम जनता के दुख दर्द को समझने के लिए है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में डूंडा से पदयात्रा में गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री श्री रवीन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक श्री मोहन मरकाम, श्री कुलदीप जुनेजा, श्री विकास उपाध्याय, श्रीमती अनिता शर्मा, सुश्री शकुंतला साहू, राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, नगर निगम रायपुर महापौर श्री प्रमोद दुबे, दिल्ली से आए श्री चंदन यादव सहित अनेक जनप्रतिनिधि और नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। जगह-जगह लोगों ने मुख्यमंत्री और पदयात्रियों का अभूतपूर्व स्वागत किया।