जयराम रमेश ने किया भाजपा के झूठ का पर्दाफाश
रायपुर/01 नवंबर 2023। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव जयराम रमेश ने पत्रकारों को संबोधित करते हुये कहा कि आज प्रेस काफ्रेंस हुआ था उस प्रेस कांफ्रेस के वीडियो पर भाजपा ने बहुत बदमाशी की है, जो मैंने कहा और जो वीडियों में है, और जो अभी रमन सिंह और भाजपा ने प्रकाशित करके मेरे वीडियों को एडिट करने की कोशिश की है, मैं उसका निंदा करना चाहता हॅू, उसका खंडन करना चाहता हॅू, हकीकत क्या है, इस हकीकत से भाजपा भाग नही सकती। हकीकत यह है धान एवं अन्य फसल के लिये एमएसपी जो न्यूनतम समर्थन मूल्य है, वो केन्द्र सरकार घोषित करती है, छत्तीसगढ़ में केन्द्र सरकार धान नही खरीदती है राज्य सरकार मार्कफेड के माध्यम से धान खरीदता है और मैंने कहा छत्तीसगढ़ में केन्द्र सरकार की ओर से घोषित किया गया है कि 2200 रूपये प्रति क्विंटल एमएसपी होगा तब छत्तीसगढ में करीब 2800 रूपये प्रति क्विंटल होगा। क्योकि राज्य सरकार की ओर से, कांग्रेस सरकार की ओर से 600 रूपये प्रति क्विंटल अधिक इनपुट सब्सिडी दिया जाता है, एमएसपी का घोषणा करना और धान खरीदना दोनों अलग- अलग बात है। केन्द्र सरकार एमएसपी की घोषणा करता है, छत्तीसगढ़ में मार्कफेड जो राज्य सरकार की संस्था है वो धान लेता है छत्तीसगढ़ के किसानों को 2800 रूपये प्रति क्विंटल मिलता है। उत्तरप्रदेश, गुजरात में आज किसान मुश्किल से 1200 या 1400 प्रति क्विंटल से धान बेचते है। दावा करते है जो प्रधानमंत्री और रमन सिंह और बीजेपी केन्द्र सरकार से पैसा आ रहा है। तो मैं यह पूछना चाहता हॅू कि उत्तरप्रदेश, गुजरात में किसानों को 1200 या 1400 रूपये प्रति क्विंटल क्यो दिया जा रहा है? ये मुद्दाहिन भाजपा है, छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास मुद्दा नहीं है। क्योकि भाजपा का सफाया होने वाला है। भाजपा घबराई हुयी है और मुद्दा ढूंढ रही है। फिर से कहूंगा भाजपा मुद्दाहिन हैं प्रधानमंत्री को सच बोलने की आदत नही है। नगरनार इस्पात के लिये भी झूठ बोला है। उन्होंने तय किया था इसका निजीकरण होगा। अब कह रहे इसका निजीकरण नही होगा। आज छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस पर माकफेड जो धान खरीदती है, 15 क्विंटल प्रति एकड़ से 20 क्विंटल हुआ। हमने 16 गारंटी दी है, शिक्षा के क्षेत्र मे, स्वास्थ्य के क्षेत्र में, महिलाओं के लिये युवाओ के लिये, आदिवासियों के लिये, गरीबों के लिये इसके बारे मे मैने आपसे विस्तार मे बात किया था। इस एमएसपी को लेकर जो प्रयास किया गया है जो मैने कहा था और भाजपा ने वीडियों को एडिट कर बताया उसमें जमीन और आसमान का फर्क है। फिर से कहना चाहूंगा एमएसपी की घोषणा केन्द्र सरकार करती है छत्तीसगढ में जो धान की खरीद होती है वो राज्य सरकार करती है।