सावरकर पर टिप्पणी से भाजपा सदस्य भड़के
रायपुर 3 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ विधानसभा, महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर दो दिवसीय विशेष सत्र का समापन दिवस कड़ुवाहट लिए रहा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संबोधन के दौरान वीर सावरकर को लेकर कुछ टिप्पणी कर दी जिससे भाजपा के सदस्य उखड़ गए और बघेल से माफी मांगने पर अड़ गए लेकिन उन्होने ऐसा नहीं किया। नाराज सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर निकल गए और बाहर आकर गांधी प्रतिमा के समक्ष बैठकर विरोध जताते हुए सावरकर के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि सावरकर छिपकर मारने से पीछे नहीं हटते थे।उन्होंने भाजपा विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपके लिए सावरकर वीर है, लेकिन हमारे लिए गांधी वीर है। इतिहास में ये साक्ष्य भी है कि गोडसे सावरकर का शिष्य था। भूपेश बघेल की इस टिप्पणी पर पर भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि सावरकर को बाइज्जत बरी किया गया था। अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल के शब्दों को विलोपित करने की मांग की। जवाब में भूपेश बघेल ने कहा मैं अपने शब्द वापस नहीं लूंगा। सदन में भारी हंगामे के बीच भाजपा सदस्यों ने सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन किया।