सौमित्र और साध्वी को निलंबन नोटिस दिखावा मात्र : हिम्मत है तो पार्टी से निकाल बाहर करें
भाजपा का दोहरा-तिहरा चरित्र बेनकाब : मोदी और शाह देश से माफी मांगे
सौमित्र और साध्वी को निलंबन नोटिस दिखावा मात्र : हिम्मत है तो पार्टी से निकाल बाहर करें
गांधीजी की ही ताकत के कारण ही मोदी को शाह के साथ पत्रकारवार्ता करनी पड़ी
रायपुर/17 मई 2019। सौमित्र और साध्वी के शर्मनाक बयानों की कड़ी निंदा करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि महात्मा गांधी जी और गोडसे को लेकर दिये गये इन बयानों से भाजपा का दोहरा-तिहरा चरित्र बेनकाब हो गया है। इन बयानों के लिये मोदी और शाह देश से माफी मांगे। सौमित्र और साध्वी को भाजपा का निलंबन नोटिस दिखावा मात्र है। भाजपा में हिम्मत है तो इन नेताओं को पार्टी से निकाल बाहर करें।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि यह गांधीजी की ही ताकत है जो 5 साल तक प्रेस से बचने वाले मोदी को भी मजबूर होकर आज प्रेस कान्फ्रेंस करना पड़ा। अगर चुनाव नहीं होते तो भाजपा साध्वी और अनिल सौमित्र के साथ खड़ी होती।
भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पाकिस्तान में तो कामदे आजम जिन्ना की समाधि में फूल चढ़ाने भाजपा सरकार के उपप्रधानमंत्री आडवाणी जी गये थे। नवाज शरीफ की माता जी के जन्मदिन पर मोदी जी बिन बुलाये पाकिस्तान चले गये थे। अटल बिहारी बाजपेयी जी भी तो ‘‘सदा-ऐ सरहद’’ नाम से चलाई गयी बस की पहली ट्रिप में, उद्घाटन ट्रिप में बैठकर पाकिस्तान चले गये थे। 1925 में आरएसएस की स्थापना के समय आरएसएस और मुस्लिम लीग दूसरे की मददे करते ही आ रहे है। दरअसल साम्प्रदायिकता अपने अस्तित्व के लिये विपरीत साम्प्रदायिकता पर ही निर्भर करती है। आरएसएस और भाजपा भी साम्प्रदायिकता पर ही अपने अस्तित्व के लिये निर्भर है।