नब्बे विधानसभा के लिए एक हज़ार नौ सौ आवेदन, लंबी लिस्ट देख कांग्रेस हैरान

नब्बे विधानसभा के लिए एक हज़ार नौ सौ आवेदन, लंबी लिस्ट देख कांग्रेस हैरान

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने नेताओं से कहा था कि जो विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं वे नेता ब्लॉक अध्यक्ष के सामने अपना दावा पेश करें। अधिकांश सीट पर दावेदारों की लंबी लिस्ट सामने आ रही है जिससे कांग्रेस पार्टी हैरान है तो वहीं सभी दावेदार कांग्रेसी परेशान हैं। दरअसल 90 सीटों पर 1900 आवेदन जमा किए गए हैं यानि एक हज़ार नौ सौ कांग्रेसियों ने अपनी अपनी दावेदारी पेश कर दी है। एआईसीसी से लेकर पीसीसी तक सभी हैरान हैं। एक विधानसभा से तो रिकार्डतोड़ आवेदन जमा किए गए हैं। सबसे लंबी लिस्ट बैलतरा सीट में हैं जहां 119 नेताओं ने दावेदारी की है। इनमें से किसी एक को टिकट देना अपने आप में सिरदर्द बढ़ा देगा। जिन्होंने दावेदारी की है निश्चित रूप से अगर उनको टिकट नहीं मिला तो जिसको टिकट मिलेगा उसके पक्ष में कैसे निष्पक्ष होकर काम कर सकेंगे, ये चिंता का विषय होने वाला है। एआईसीसी और पीसीसी इससे कैसे निपटेगी ये तो आने वाले समय में ही स्पष्ट होगा। लेकिन वर्तमान समय में दावेदारों की संख्या ने सभी कांग्रेसी विधायकों की नींद उड़ा कर रख दी है, कई विधायकों का बीपी हाई हो जा रहा है तो कई भारी टेंशन में इधर से उधर भागते फिर रहे हैं। इसके अलावा एक और बड़ा सिरदर्द कांग्रेस के लिए खड़ा हो गया है क्योंकि छत्त्तीसगढ़ सरकार के कई मंत्रियों की विधानसभा सीट से भी एक से ज्यादा दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन कर दिया है। टिकट किसे मिलेगा, इसका फैसला पार्टी हाईकमान को तय करना है। वहीं, सीएम भूपेश बघेल भी हिंट दे चुके हैं कि कई कमजोर विधायकों का टिकट इस बार कट सकता है। हाल ही में एक सर्वे सूची को लेकर कांग्रेस के अंदरूनी खेमे में बवाल मचा हुआ था। जिसको लेकर सूत्रों का कहना था कि इस सूची में कांग्रेस द्वारा वर्तमान में जीतें सीटों को लेकर सर्वे किया गया था जिसके नतीजे हैरान कर देने वाले थे। सूत्रों के अनुसार, 74 सीटों में से 31 सीटों पर कांग्रेस के वर्तमान विधायक हार जायेंगे। इसमें से कई बड़े नाम भी शामिल हैं। जिनकी स्थिति विधानसभा में काफी खराब है। इन प्रभावित होने वाली सीटों पर सतनामी समाज और ओबीसी वर्ग के साथ ही खास तौर पर महिलाएं और युवा वर्ग अत्यधिक नाराज़ है, बल्कि ये कहना उचित होगा कि अक्रोशित हैं। जिसके चलते इनमें से अधिकांश सीटों पर नए दावेदार की संभावना प्रबल हो गई है। यही वजह थी कि टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने इस बार नया फार्मूला लागू किया था। किंतु अब ये नया फार्मूला कांग्रेस के गले की हड्डी बन गया है। इतने अधिक आवेदन आने से इनकी स्कूर्टनी करने में ही दो सप्ताह या उससे अधिक का समय लग जायेगा। वहीं कई ऐसे पात्र, योग्य और सामर्थ्यवान प्रत्याशी भी सामने आ जाएंगे जिन्हें अनदेखा कर पाना कांग्रेस के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होगा। तो ऐसे में दिग्गज चेहरों को बदलना एक बड़ी चुनौती होगी। खास तौर पर दो या अधिक बार के विधायकों को बदलना अपने आप में ही कई उलझनें पैदा कर सकता है। कांग्रेस की इस नई प्रणाली को लेकर कांग्रेस से जुड़े युवाओं और महिलाओं में जबरदस्त उत्साह है और इस फार्मूले को पसंद भी कर रहे हैं। इसको पारदर्शिता और लोकतंत्र को मजबूत करने जैसी बातें भी कह रहें हैं। बहरहाल आइए जानते हैं वो मंत्री कौन-कौन से हैं जिनकी विधानसभा सीट पर एक से ज्यादा टिकट के दावेदार हैं।
टीएस सिंहदेव
अंबिकापुर विधानसभा सीट से विधायक टीएस सिंहदेव राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं। उनके विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के करीब 100 दावेदारों ने टिकट के लिए अपना दावा पेश किया है। टीएस बाबा के खिलाफ खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा ने भी दावेदारी पेश की है। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि टीएस सिंहदेव का टिकट कटना संभव नहीं है।
ताम्रध्वज साहू
राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, दुर्ग जिले की दुर्ग ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक हैं। उनके खिलाफ भी 12 से ज्यादा नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी की है। ताम्रध्वज साहू को हाल ही में कांग्रेस वर्किंग कमेटी में भी शामिल किया गया है।
मोहम्मद अकबर
भूपेश बघेल की सरकार में वो वन मंत्री हैं। मोहम्मद अकबर, विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति के चैयरमैन हैं। कवर्धा विधानसभा सीट से उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। मंत्री की विधानसभा में करीब 7 अन्य नेताओं ने भी चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है और अपनी दावेदारी पेश की है।
शिव डहरिया
भूपेश कैबिनेट के मंत्री शिव डहरिया के खिलाफ भी दावेदारों की लंबी लिस्ट है। आरंग विधानसभा सीट से विधायक शिव डहरिया की सीट से 10 दावेदारों ने अपना दावा पेश किया है।
अमरजीत भगत
भूपेश कैबिनेट के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के खिलाफ भी कई दावेदारों ने चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी पेश की है। उनकी सीतापुर विधानसभा सीट से 15 से ज्यादा दावेदार सामने आए हैं।
चरणदास महंत
वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष हैं। इनके खिलाफ़ भी आधा दर्जन ने अपनी दावेदारी पेश की है। सक्ति विधानसभा सीट से 7 दावेदार सामने आएं हैं।

The News India 24

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