ताम्रध्वज साहू भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे, उन्हें भी उप मुख्यमंत्री बनाना था:साव
बिलासपुर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय जगत प्रकाश नड्डा कल रायपुर विमानतल पर आने के पश्चात बिलासपुर आएंगे। श्री नड्डा यहां फुटबॉल स्टेडियम में आम सभा को संबोधित करने के पश्चात संपर्क से समर्थन अभियान के तहत सिंधु अमर धाम में पूज्य लाल दास जी से भेंट करेंगे।
श्री साव ने बताया कि विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्वागत को सभी आतुर और उत्सुक है श्री जेपी नड्डा जी से यहां के कार्यकर्ताओं का आत्मीय संबध है,सभी उन्हे सुनने के लिए प्रतीक्षारत है।
कांग्रेस में मची उथल-पुथल पर किए गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा,कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने जिस तरह से श्री टीएस सिंहदेव को उप मुख्यमंत्री नियुक्त किया है, वह एक विचित्र स्थिति है। कांग्रेस नेतृत्व ने भूपेश बघेल को आइना दिखाते हुए उस शख्स को उप मुख्यमंत्री बना दिया, जिससे भूपेश साढ़े चार साल से कन्नी काट रहे थे। कांग्रेस को उप मुख्यमंत्री बनाने की इतनी ही जरूरत थी तो दो उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने चाहिए थे। ताम्रध्वज साहू भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे। उन्हें भी उप मुख्यमंत्री बनाना था। कांग्रेस नेतृत्व के इस फैसले से साहू समाज दुखी और नाराज है। सिंहदेव को झुनझुना पकड़ाने से सरगुजा में सर्वाधिक नाराजगी है। कांग्रेस ने श्री सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाने कहा था। जब कांग्रेस की सरकार बनी तब भी वह मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार थे। उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की जगह भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया गया और श्री सिंहदेव को ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनाने का भरोसा दिया गया। लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री बनाने में कांग्रेस की कोई दिलचस्पी नहीं थी। उनके साथ धोखा किया गया और जब चुनाव को 4 माह बचे हैं तब उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
कांग्रेस चाहती तो श्री सिंहदेव को अब भी मुख्यमंत्री बना सकती थी लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने ऐसा नहीं किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार श्री सिंहदेव का अपमान करते रहे। जब उन्होंने पंचायत मंत्री के पद से इस्तीफा दिया तो भूपेश बघेल ने उन्हें संतुष्ट करने की जरूरत नहीं समझी। बल्कि उनका इस्तीफा स्वीकार करके रविंद्र चौबे को पंचायत विभाग सौंप दिया। यह सिंहदेव को नीचा दिखाने के लिए किया गया। कांग्रेस का नेतृत्व खामोश रहा लेकिन जब स्पष्ट हो गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार घपले घोटालों और भ्रष्टाचार से घिरी हुई है और इससे जनता के बीच कांग्रेस की छवि पूरी तरह बिगड़ चुकी है तब इससे ध्यान हटाने के लिए श्री सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
पहली बात तो यह है कि कांग्रेस नेतृत्व को उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने का अधिकार ही नहीं है। किसी भी मुख्यमंत्री को अपने मंत्रिमंडल का चयन करने का अधिकार होता है। यहां तो कांग्रेस ने भूपेश बघेल के अधिकार का अतिक्रमण करके खुद ऐलान कर दिया कि सिंहदेव को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। इसका मतलब है कि कांग्रेस आलाकमान की नजर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब भरोसे के लायक नहीं रह गए। कांग्रेस का नेतृत्व या मान रहा है कि भूपेश बघेल के नेतृत्व में भ्रष्ट सरकार चल रही है और इस सरकार से जनता का भरोसा पूरी तरह उठ चुका है।