लैब की महत्ता और निर्माण कार्याें की गुणवत्ता कायम रखते हुए लोगों की विश्वास पर खरा उतरें – लोक निर्माण मंत्री श्री साहू
केन्द्रीय गुणत्ता एवं अनुसंधान प्रयोगशाला का लोकार्पण और तीन दिवसीय गुणवत्ता प्रशिक्षण का शुभारंभ
रायपुर, 25 सितम्बर 2019/ लोक निर्माण एवं गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज सिविल लाईन स्थित सिरपुर भवन परिसर में नवनिर्मित केन्द्रीय गुणवत्ता एवं अनुसंधान प्रयोगशाला का लोकार्पण किया। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग से संबद्ध 120 इंजीनियरों के लिए आयोजित तीन दिवसीय गुणवत्ता प्रशिक्षण का शुभारंभ भी किया। श्री साहू ने प्रयोग शाला में स्थापित आधुनिक उपकरणों का अवलोकन करने के बाद प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने विभागीय इंजीनियरों से कहा कि लैब की महत्ता और निर्माण कार्याे की गुणवत्ता कायम रखते हुए लोगों की विश्वास पर खरे उतरना है।
श्री साहू ने कहा कि अच्छे अधिकारी की पहचान उनके अच्छे कार्याें से होती है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करने और जन आकांक्षाओं के अनुरूप लोगों की आवश्यकता के आधार पर सड़क, भवन, पूल, आदि निर्माण के लिए कार्य योजना तैयार करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह प्रयोग शाला उनके कार्याे से जुड़ा है। यहां भवन, सड़क, पूल निर्माण से संबंधित सामग्रियों-मिट्टी, गिट्टी, सीमेंट, छड़, ईट, रेत, लोहा, डामर आदि का वृहद परीक्षण किया जाएगा। श्री साहू ने प्रयोग शाला लोकार्पण होने पर सभी इंजीनियरों को बधाई और शुभकामनाएं दी और उम्मीद जतायी कि इसका भरपूर लाभ मिलेगा। श्री साहू ने राज्य सरकार का राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से उपयोग में नहीं लाए जा रहे एवं खाली पड़े शासकीय भूमि पर काॅमर्शियल काॅम्लेक्स बनाकर आय के साधन सृजित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने शीघ्र ही प्रदेश के सभी कार्यपालन अभियंताओं की बैठक लेने और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूरे प्रदेश में सड़क मार्गाें से दौरा कर सड़कों, भवनों, पूलों की स्थिति का जायजा लेने की बात कही।
लोकार्पण एवं प्रशिक्षण समारोह को विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री अनिल राय और प्रमुख अभियंता श्री डी.के. अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने तकनीकी प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और लैब स्थापना के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने से पूर्व लोक निर्माण विभाग परिक्षेत्र के अंतर्गत रायपुर में वर्ष 1978 में क्षेत्रीय अनुसंधान एवं प्रयोगशाला स्थापित हुई थी। इस क्षेत्रीय अनुसंधान एवं प्रयोगशाला में केन्द्रीय, राज्यस्तरीय एवं अर्धशासकीय निर्माण विभाग (लगभग 40 विभागों) की प्राधिकृत परीक्षण संस्था के रूप मंे संचालित है। अब इसका उन्नयन करते हुए केन्द्रीय गुणवत्ता एवं अनुसंधान प्रयोगशाला के रूप में विकसित किया गया है। नवनिर्मित प्रयोगशाला में निर्माण कार्य के विभिन्न सामग्रियों के परीक्षण हेतु उपकरणों का व्यवस्थित समायोजन हो गया है। इस प्रयोगशाला में निर्माण, सड़क निर्माण एवं सेतू निर्माण से संबंधित लगभग 78 प्रकार के सामग्रियों-मृदा, कांक्रिट, स्टील, ईट, गिट्टी रेत, बिटूमिन आदि का वृह्द परीक्षण किया जाएगा।