कांग्रेस ने देशभर में प्याज के बढ़ते दाम के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया
प्याज की महंगाई का असर पितरो के तर्पण पर भी पड़ रहा है
रायपुर/23 सितंबर 2019। देशभर में प्याज के बढ़े हुए दाम के लिए कांग्रेस ने मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पितृपक्ष के पर्व पर प्याज के दामों में बेतहाशा वृद्धि होना मोदी सरकार की विफलता है। प्याज के दाम बढ़ने से पितृपक्ष में परंपरागत रीति रिवाज के अनुसार पितरों की शांति के लिये श्राद्ध कराना महंगा हो गया है। एक ओर मंदी की मार और दूसरी ओर पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ प्याज के दाम बढ़ने से आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मोदी और उनके मंत्री सरकार सम्हाल ही नहीं पा रहे है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे में विफल है ही और अब प्याज के दाम बढ़ने से स्पष्ट हो गया है कि मोदी सरकार के पास कोई ठोस कृषि नीति नही है। मजबूत कृषि नीति बनाने में मोदी सरकार असफल हो गई है। स्वामीनाथन कमेटी के सिफारिशों के आधार पर ठोस नीति बनाई जाती तो किसानों को लाभ मिलता ही। साथ ही आम जनता को भी महंगाई का सामना नहीं करना पड़ता। प्याज, टमाटर सहित अनेक प्रकार के हरी सब्जी पैदा करने वाले किसान ठोस कृषि नीति नहीं होने के कारण हमेशा से नुकसान में रहते हैं। जब अधिक पैदावार हो जाए तब किसानों की फसल का उचित दाम नहीं मिल पाता और फसल खराब होने के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान होता है जिसका खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ता है और जब फसल कम हो तब भी महंगाई की मार से जनता पीड़ित रहती है। ठोस कृषि नीति बनाने से फसल की आवक-जावक दोनों बराबर रहती तो किसानों को और आम जनता को दोनों को लाभ मिलता। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार की नीति हमेशा किसान विरोधी रही है। पूंजीवाद समर्थक मानसिकता की मोदी सरकार ने हमेशा किसानों के साथ धोखा किया है। मोदी सरकार की नीति में पूंजीपति ही देश के विकास में अहम भूमिका निभाते है। जबकि सच्चाई यह है किसानों के बिना देश अधूरा है। एक ठोस कृषि नीति बनाने की आवश्यकता है जिसको बनाने में मोदी की सरकार असफल हो चुकी है। जिसका ही परिणाम है कि आज प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं और गरीब आम जनता गृहणी को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। पितृपक्ष के सीजन में भी प्याज की महंगाई का असर पितृपक्ष के रीति रिवाज परंपरा के अनुसार बनने वाले भोज्य सामाग्री में दिख रहा है। मोदी सरकार की पहली कार्यकाल जिस प्रकार हवाई किला बनाने में बीत गया। ठीक उसी प्रकार मोदी टू का कार्यकाल भी मोदी जी के विदेश यात्राओं और हवा-हवाई बातें में भी बीत जाएगा। आम जनता गृहस्थ जीवन के छोटी-छोटी चीजों के लिए संघर्ष करते नजर आएगी।