किसानों से अब तक 4.20 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी
- धान खरीदी केन्दों में लगातार बढ़ रही है धान की आवक
- 1.34 लाख किसानों को 854.98 करोड़ रूपए का भुगतान
- कस्टम मिलिंग के लिए लगातार हो रहा धान का उठाव
रायपुर, 14 नवम्बर 2022/छत्तीसगढ़ के धान खरीदी केद्रों में लगातार धान की आवक बढ़ रही हैं। सभी धान खरीदी केन्दों में किसानों से धान खरीदनें के लिए सभी इंतजाम रखें गये हैं। किसानों को उनके बेचे गए धान का भुगतान भी उनके खातों में किया जा रहा हैं। 1 नवंबर से चालू धान खरीदी सीजन में अब तक 4 लाख 20 हजार 365 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। लगभग 1 लाख 33 हजार 620 किसानों ने धान बेचा है। धान के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 854.98 करोड़ रुपये का भुगतान जारी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष 110 लाख मीट्रिक टन धान का उपार्जन अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए प्रदेश में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.15 लाख नये किसान है। राज्य में धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न जिलों में 28 नए धान खरीदी केन्द्र खोलने की अनुमति प्रदान की गई है। इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।
खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि आज 14 नवम्बर को 26 हजार 822 किसानों से 88 हजार 102 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। इसके लिए किसानों को आज 32 हजार 645 टोकन जारी किए गए थे। टोकन तुंहर हाथ एप्प के द्वारा 4248 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस की धान खरीदी के लिए राज्य में धान उपार्जन के लिए 34 हजार 740 टोकन तथा तुंहर हाथ एप के जरिये 4023 टोकन जारी किए गए हैं। राज्य में धान खरीदी निर्बाध रूप से जारी है। अधिकारी धान की व्यवस्था पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं। सीमावर्ती राज्यों से अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट के जरिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
खाद्य सचिव श्री वर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव हो रहा है। अब तक 2 लाख 64 हजार 258 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डी.ओ. जारी किए गए हैं। जिसके एवज में उपार्जन केंद्रों से 84 हजार 613 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है।