बिलासपुर से जन्मे कम लागत के स्टैंड बाल खेल का भव्य शुभारंभ

बिलासपुर से जन्मे कम लागत के स्टैंड बाल खेल का भव्य शुभारंभ
  • स्टैंड बॉल खेल देश में लोकप्रिय बनेगा – आचार्य बाजपेयी
  • स्टैंड बाल में कम लागत व संसाधन की क्षमता

बिलासपुर ! बिलासपुर की धरती से देश व विशेषकर न्यायधानी बिलासपुर की धरती से स्व. हिदायत अली द्वारा संरचित स्टैंड बाल खेल का आज साइंस कॉलेज बिलासपुर के विशाल खेल मैदान में भव्य शुभारंभ हुआ स्टैंड बाल के भव्य शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ बाजपेयी ने भरोसा जताया कि स्टैंड बाल खेल के जन्म के बाद से यह खेल स्टैंड बाल पूरे छत्तीसगढ़ ही नहीं देश में पल्लवित व विस्तारित होगा। उन्होंने स्टैंड बाल को स्टैंड कर खेल का प्रतीक शुभारंभ किया ।  इस शुभारंभ के अध्यक्षता कर रहे अभय नारायण राय ने भी सटीक स्टैंड कर स्टैंड बाल का शुभारंभ किया इसके पूर्व देश की विभिन्न राज्यों से आए रेफरियो ने मंचस्थ अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर आत्मीय स्वागत किया , इसके साथ ही स्टैंड बाल के रचयिता स्व.हिदायत अली के सुपुत्र जाविद अली एवं उनकी बहू डॉ.शाज़िया अली ने भी पुष्पगुच्छ लेकर कुलपति सहित सभी अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन किया । जाविद अली ने विभिन्न प्रांतों से आए खेल प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि आप लोगों के सहयोग से एक दिन स्टैंड बॉल इस देश में खेल की अलग पहचान बनेगा , जिस पर समस्त छत्तीसगढ़ियों को गर्व महसूस होगा । समारोह के मध्य केपीएस स्कूल के टीमों के 20 खिलाड़ियों ने प्रदर्शन मैच खेल कर स्टैंड बाल खेल का जीवंत स्वरूप प्रदान किया । स्टैंड बाल के शुभारंभ के अवसर पर इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं  राष्ट्रीय खेल के पूर्व खिलाड़ी अरविंद कुमार चित्तौड़िया ने भी स्टैंड वालों के निकट भविष्य में उज्जवल विस्तार की संभावना जताते हुए कहा कि 2025 तक स्टैंड बाल राष्ट्रीय खेलों की सूची में शामिल हो सकेगा और पूरी संभावना है कि आगामी राष्ट्रीय खेलों के स्वरूप में स्टैंड बाल के नेशनल मैचों का शुभारंभ कृष्ण जन्म स्थल मथुरा से हो सकेगा, उन्होंने उस में भाग लेने के लिए सभी को आमंत्रित भी किया।

इस मौके पर कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ बाजपेयी सहित अध्यक्षता कर रहे अभय नारायण राय ने कहा कि स्व. हिदायत अली ने मूल रूप से धार्मिक कविता और दोहे के साहित्य के साथ स्टैंड वालों की रचना कर दोहरा समीकरण साबित किया उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में यह खेल स्टैंड बाल छत्तीसगढ़ ही नहीं देश के अन्य राज्यों की भी धरोहर बनेगा और संयुक्त रूप से इसका विस्तार होगा। इस मौके पर आसिफ इकबाल रायपुर,बी डी निजामी भिलाई, सुरेन्द्र कपूर काके भिलाई, राधेश्याम कोरी बेलतरा, डॉ.संजय रणविजय सिंह मध्य प्रदेश, डॉ. प्रकाश सिंह महाराष्ट्र, डॉ.बेनीलाल चौधरी महाराष्ट्र, प्रशांत घाटसाधे महाराष्ट्र, राजेश गेडाम महाराष्ट्र एवं अन्य राज्य से पहुंचे खेल पदाधिकारी उपस्थित रहे।

The News India 24

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *