उच्च शिक्षा के लिए निशा की राह हुई आसान
- मंत्री रविंद्र चौबे ने दिव्यांग बालिका निशा को दी मोटाराईज्ड ट्रायसिकल एवं स्वेच्छानुदान से 2 लाख रूपये की मदद
रायपुर/पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविंद्र चौबे ने आज अपने निवास कार्यालय में दिव्यांग बालिका निशा को मोटाराईज्ड ट्रायसिकल प्रदान करने के साथ ही उसे उच्च शिक्षा के लिए स्वेच्छानुदान मद से 2 लाख रूपये की सहायता स्वीकृत की। मोटाराईज्ड ट्रायसिकल और 2 लाख रूपए की सहायता मिलने से दिव्यांग निशा की उच्च शिक्षा हासिल करने की राह आसान हो गई है। इस अवसर पर योग आयोग के अध्यक्ष श्री ज्ञानेन्द्र शर्मा, जिंदगी ना मिलेगी दुबारा समाज सेवी संस्था की अध्यक्ष श्रीमती सुषमा तिवारी, उपाध्यक्ष श्रीमती चन्द्रसेना दीवान, वरिष्ठ सदस्य श्रीमती ममता बड़गैय्या सहित श्रीमती हेमलता तिवारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
योग आयोग के अध्यक्ष श्री ज्ञानेन्द्र शर्मा एवं रायपुर शहर की समाज सेवी संस्था ज़िन्दगी ना मिलेगी दोबारा के पदाधिकारियों की पहल पर पाटन तहसील के आर जामगांव की रहने वाली दिव्यांग बालिका निशा तिवारी को पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने बैटरी चलित ट्रायसिकल प्रदान करने के साथ ही उसके परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति तथा उच्च शिक्षा हासिल करने की ललक को देखते हुए स्वेच्छानुदान मद से तत्काल दो लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की।
दिव्यांग निशा पढ़ने में शुरू से ही अव्वल रही है। वह बीएससी उत्तीर्ण कर चुकी हैं। शारीरिक रूप से 80 प्रतिशत दिव्यांग होने के बाद भी उसकी इच्छा उच्च शिक्षा हासिल कर अपने पैरों पर खड़े होने की है। दिव्यांग निशा की माता का देहांत हो चुका है। उसके पालन-पोषण एवं शिक्षा की जिम्मेदारी उसकी मौसी श्रीमती हेमलता तिवारी ने अपने जिम्मे ले रखी है। जिंदगी ना मिलेगी दुबारा समाज सेवी संस्था की ओर से भी दिव्यांग निशा को यथासंभव मार्गदर्शन एवं मदद दी जा रही है। यह संस्था स्लम एरिया के घुमंतु बच्चों की शिक्षा सहित अन्य सामाजिक सरोकार का कार्य करती है। संस्था प्रमुख सुषमा तिवारी सहित ज़िन्दगी ना मिलेगी दुबारा के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने मंत्री रविंद्र चौबे से दिव्यांग बालिका निशा को मिले प्रोत्साहन एवं सहायता के लिए उनका आभार जताया है।