वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे और मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने रोजगार को लेकर भाजपा पर करारा हमला बोला

वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे और मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने रोजगार को लेकर भाजपा पर करारा हमला बोला
वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे, मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया की पत्रकार वार्ता 24.08.2022


प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे और मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने रोजगार को लेकर भाजपा पर करारा हमला बोला तथा भाजपा प्रभारी पुरंदेश्वरी द्वारा मुख्यमंत्री के संबंध में की गयी अनिष्टकारी टिप्पणी पर कड़ा प्रतिवाद किया।


वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब भाजपा सरकार में थी बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत थी, कांग्रेस के राज में राज्य की बेरोजगारी दर 0.78 प्रतिशत है। यह बताता है कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को कांग्रेस सरकार रोजगार उपलब्ध करवाने में देश में अव्वल है। देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्य में आंदोलन क्यों? 2014 में देश के युवाओं से वादा किया था हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे अभी तक साढ़े आठ साल में 17 करोड़ युवाओं को रोजगार मिलना था भाजयुमो इसके लिये प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने कब जा रही है? हर साल दो करोड़ रोजगार का वायदा करने वाली मोदी सरकार ने पिछले 8.5 साल में मात्र सवा सात लाख लोगों को रोजगार दिया है, इसके विपरीत भूपेश सरकार ने पिछले 3.5 साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया है। भाजपा बतायें रोजगार देने का रिकार्ड मोदी सरकार का खराब है फिर आंदोलन मोदी के खिलाफ क्यों नहीं कर रहे हैं? वर्तमान में छत्तीसगढ़ कर्मचारी भविष्य निधि में कुल सदस्य संख्या है 2258871 इसमें पिछले तीन साल अर्थात कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 480576 लोगों की नई संख्या कर्मचारी भविष्य निधि में दर्ज हुई यह संख्या 2019- 182424, 2020 में 165930, 2021- 132222 की संख्या दर्ज हुई। हमारे 5 लाख के रोजगार के दावों का प्रमाण है यह। 2003 के विधानसभा चुनाव में हर शिक्षित बेरोजगार को 500 रू. बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा भाजपा ने किया था। 15 साल सरकार चलाने के बाद भी एक भी बेरोजगार को भाजपा ने बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया था। भाजपा इसके लिये राज्य के लोगों से माफी कब मांगेगी? 2003 के चुनाव में ही हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी देने का वायदा भाजपा ने किया था लेकिन नहीं दिया। इसके लिये भाजपा प्रायश्चित रैली कब करेगी? 2003 में ही भाजपा ने वायदा किया था स्वरोजगार देने हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध वाली गाय देंगे लेकिन प्रदेश के किसी भी आदिवासी को भाजपा ने 15 सालों तक गाय नहीं दिया था अपनी इस वादाखिलाफी के लिये भाजपा शर्मिंदगी कब व्यक्त करेगी? राज्य में भाजपा के 15 साल के सरकार में युवाओं के लिये सरकारी नौकरी भर्ती बंद कर दिये थे, आउटसोर्सिंग के नाम पर सरकारी विभागों में प्रदेश के बाहर के लोगों को आधी अधूरी तनख्वाह पर ठेके पर भर्तियां की जाती थी। आज छत्तीसगढ़ में रमन के 15 साल की तुलना में सरकारी नौकरी में भर्तियों का औसत प्रतिवर्ष तिगुना से भी अधिक है फिर भी भाजपा का यह आंदोलन बेशर्मी नहीं है? रमन राज में 15 साल तक छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी के द्वार बंद थे, आउट सोर्सिंग के माध्यम से ठेके पर भर्तियां होती थी, छत्तीसगढ़ पीएससी तब भाजपा ने युवाओं को रोजगार देने की कार्ययोजना क्यों नहीं बनाया था? ठेके की भर्ती का विरोध क्यों नहीं किया? कांग्रेस राज में तो सरकारी नौकरी में नियमित भर्तियां हो रही है। भाजपा के रमन राज 15 साल में तत्कालीन सरकार ने छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग की 15 साल में 15 नियमित परीक्षायें नहीं आयोजित किया। 15 साल में मात्र 9 परीक्षायें हुई थी, कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हर वर्ष राज्य लोकसेवा आयोग की परीक्षा हो रही है। 2018 में भाजपा राज के समय मात्र 18 लाख किसान धान बेचते थे, आज 2022 में 26 लाख किसान धान बेच रहे है तो क्या यह रोजगार में वृद्धि नहीं है? गौठानों में 13 हजार महिला समूहों की 1 लाख से अधिक महिलाओं को मिलने वाले रोजगार को भाजपा रोजगार क्यों नहीं मानती? यह रोजगार रमन राज के समय क्यों नहीं पैदा किये गये? तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि बढ़ाने, लघु वनोपज की संख्या 7 से 63 करने और लघु वनोपज के वैल्यू एडीशन के कारण इन माध्यमों से रोजगार मिलने में चार गुना की बढ़ोत्तरी हुई है। आने वाले तीन साल में मात्र 10 लाख रोजगार का लक्ष्य केंद्र सरकार ने रखा है, इसके विपरीत कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ में पिछले पौने चार साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया और आने वाले पांच साल में 15 लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित कर छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन का गठन किया है। मोदी सरकार देश में रोजगार देने में फिसड्डी साबित हुई है। छत्तीसगढ़ भाजपा के पास इसका क्या जवाब है? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार जो कहती है वो करती है। जनता से वादा कर वादाखिलाफी करना भाजपा का चरित्र है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के बिंदु क्रमांक 4 में हर घर रोजगार देने का वादा किया था, कहा था छत्तीसगढ़ के युवाओं को राजीव मित्र योजना के तहत रोजगार दिया जायेगा जिसके अंतर्गत 10 लाख बेरोजगार युवाओं सामुदायिक विकास और समाज सेवी गतिविधियों में भाग लेने पर न्यूनतम प्रति माह 2500 रूपये प्रदान किया जायेगा। राजीव गांधी मितान योजना के माध्यम से 13,800 क्लब के माध्यम से युवा के वादा को पूरा कर रही है। भाजपा आदतन फ्रॉड फैलाने वाली दल है, कांग्रेस के घोषणा पत्र में कही भी बेरोजगारी भत्ता का उल्लेख नही है, बेरोजगारी भत्ता के नाम से भाजपा युवाओं में भ्रम फैला रही है।


मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संबंध में बयान दिया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सर हजार टुकड़ों में बंट जायेगा भाजपा प्रभारी के बयान से भाजपा की छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही हार की बौखलाहट साफ दिखने लगी है उनके बयानों से असंवेदनशीलता और अमानवीयता की सारी सीमाओं को तोड़ दिया है। भाजपा प्रभारी, मुख्यमंत्री के सर के हजार टुकड़ों में बंट जाने की उनके मौत की कल्पना कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के दिन जब सारा प्रदेश अपने मुख्यमंत्री की लंबी आयु के लिये प्रार्थना कर रहा, शुभकामनायें दे रहा था उसी समय ऐसी अनिष्ट की कामना कर पुरंदेश्वरी ने बता दिया कि भाजपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजनैतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही है तो उनके नेता अब मुख्यमंत्री के बारे में अनिष्ट की कामना करने लगे है। ऐसे अनिष्ट की कामना छत्तीसगढ़ में अपने दुश्मन के बारे में भी नहीं की जाती यह आचरण और बयान छत्तीसगढ़ की संस्कृति के खिलाफ है। जीरम का नरसंहार करवा कर भाजपा को संतोष नहीं हुआ है जो हमारे एक और नेता के लिये अपशकुनी बात कर रही है। भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने मुख्यमंत्री के बारे में दुर्भावना प्रदर्शित कर छत्तीसगढ़ के लोगों का अपमान किया। भूपेश बघेल सिर्फ कांग्रेस के ही नेता नहीं है छत्तीसगढ़ के पौने तीन करोड़ जनसंख्या की आशाओं, आकांक्षाओं के प्रतीक है। वे छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान के भी प्रतीक है। भाजपा प्रभारी मुख्यमंत्री के प्रति इस प्रकार का बयान देने के लिये छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगे। राजनैतिक विरोध, राजनैतिक बयानबाजी अपनी जगह है, मर्यादाओं में रहकर विरोध किया जाये उसका स्वागत है लेकिन पुरंदेश्वरी अपने बयानों से संवेदना और सभ्यता की सारी मर्यादाओं को तार-तार कर रही है। इसके पहले उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल को थूक में बहा देने की बात कही थी। अब वे मुख्यमंत्री के सर के हजार टुकड़े होने की कामना कर रही है। राजनैतिक रूप से विरोधी शत्रु नहीं होता सभ्य समाज में शत्रु के भी अनिष्ट की कामना को स्वीकार नहीं किया जाता। भाजपा प्रभारी को अपने इस अभद्र और बर्बर बयान के लिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिये।

The News India 24

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