रायपुर। भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 2018 के चुनाव से पहले बेरोजगारी दूर करने एवं बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने के जो वादे किए थे वो पूरे नहींं हुए। छत्तीसगढ़ का पीएससी माफिया का अड्डा बनकर रह गया है। बेरोजगारों से किए गए वादे को पूरा नहीं कर पाने वाली इस सरकार के विरोध में कल 24 अगस्त को राजधानी रायपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा बड़ा आंदोलन करने जा रहा है।
कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आज मीडिया से बातचीत करते हुए डी. पुरंदेश्वरी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा चुनाव से पहले गंगा जल हाथ में लेकर 36 वादों का घोषणा पत्र जारी किया था। घोषणा पत्र में वादा था कि प्रदेश के 10 लाख युवाओं को हर महीने 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। हर साल 4 हजार करोड़ के हिसाब से अब तक 12 हजार करोड़ बेरोजगारी भत्ता दे दिया जाना चाहिए था, जो कि नहीं दिया गया। इसके अलावा कांग्रेस ने 1 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। इस प्रदेश की सरकार बता दे कि अब तक कितने लोगों को रोजगार दिए। कांग्रेस ने घर-घर रोजगार देने की बात कही थी। कुछ समय पहले इस सरकार ने 400 पदों के लिए जो नोटिफिकेशन जारी किया उसके लिए 2 लाख 25 हजार आवेदन आए। यदि बेरोजगारी दूर करने का प्रयास किया गया होता तो क्या इतनी संख्या में आवेदन आए हुए होते। पुरंदेश्वरी ने कहा कि पिछले 3 वर्षों में इस प्रदेश में बेरोजगारी से जूझते हुए 20 हजार लोगों ने आत्महत्या की। आत्महत्या करने वाले ज्यादातर लोग 18 से 30 साल के बीच के थे।
पुरंदेश्वरी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा क्षेत्रीय संगठन मंंत्री अजय जामवाल के लिए अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया। यदि कोई निचले स्तर का नेता या कार्यकर्ता ऐसी भाषा का इस्तेमाल करता तो भी बात समझ में आती लेकिन जब कोई मुख्यमंत्री ऐसी भाषा का इस्तेमाल करे तो यह आपत्तिजनक है।