मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बाढ़ एवं अत्याधिक वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बाढ़ एवं अत्याधिक वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के दिए निर्देश
  • राहत शिविरों में दवाईयों, भोजन सहित साफ-सफाई की व्यवस्था रखने को कहा


रायपुर/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ तथा अधिक वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों पर तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि जहां पर जल स्तर में बढ़ोत्तरी हो रही हो वहां पर जिला प्रशासन निरंतर नजर रखे और एसडीआरएफ की टीम को एलर्ट मोड पर रखे। ऐसे क्षेत्रों में मुनादी करवाकर आमजनों को जागरूक करें तथा राहत एवं बचाव के लिए बोट, नाव और गोताखोरों को तैयार रखे। साथ ही उन्होंने जिला स्तर पर बनाये गए कन्ट्रोल रूम को निरंतर अलर्ट रखने के निर्देश भी दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए बनाए गए राहत शिविरों में दवाईयों, भोजन तथा साफ-सफाई रखने को कहा है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे कर मुआवजे की राशि का वितरण करने के भी निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश के परिपालन में रायगढ़ जिले की कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने राजस्व सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को फील्ड में रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिले में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर एनआरडीएफ की टीम को समन्वय कर बाढ़ प्रभावित सरिया एवं पुसौर के लिए रवाना किया। इनमें दो टीम को सरिया एवं एक टीम को पुसौर में तैनात किया जाएगा। श्रीमती साहू ने केलो डेम का निरीक्षण कर जल भवराव का जायजा लिया और चक्रपथ की ऊंचाई बढ़ाने के संबंध में जल्द रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए।

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार दुर्ग जिले में कलेक्टर तथा अन्य अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया। कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने ग्राम अलबरस, भरदा आदि गांवों का निरीक्षण कर ग्रामीणों से जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार होमगार्ड के जवानों को मुस्तैद रखा गया था। इन जवानों ने ग्राम अलबरस में फंसे 25 लोगों को रेसक्यू कर बचाया था। इनमें एक नवजात शिशु भी शामिल था।

बस्तर जिले के इंद्रावती सहित अन्य नदी-नालों में निर्मित नदी नालों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन द्वारा शिविरों में बाढ़ प्रभावित परिवारों को रखा गया है और उन्हें पेयजल, भोजन, चिकित्सा, आदि मुलभूत आवश्यकताएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। जगदलपुर शहर में वर्तमान में पनारापारा, उत्कल भवन, भैरमगंज पुत्री शाला, भगत सिंह स्कूल, बस्तर तहसील के मधोता में माटापारा प्राथमिक शाला और अटल समरसता भवन, लोहण्डीगुड़ा तहसील में कुम्हली स्थित प्राथमिक शाला और उसरीबेड़ा स्थित अटल समरसता भवन में बाढ़ प्रभावितों को आश्रय दिया गया है।

जांजगीर जिले में कलेक्टर श्री तारण प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर राहत और बचाव के लिए प्रभारी अधिकारी और हेल्पलाइन नबंर जारी किया गया है। इसमें आम नागरिक आपात स्थिति में सूचना दे सकता है। इनके प्रभारी अधिकारी- संयुक्त कलेक्टर श्री आर.के.तम्बोली को बनाया गया है, जिनका मोबाइल नंबर-9424164556 और कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नम्बर-07817-222032 है। इसमें आम नागरिक आपात स्थिति में सूचना दे सकते हैं।

The News India 24

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