हेराल्ड एवं कांग्रेस दफ्तर, सोनिया गांधी, राहुल गांधी के घर पर पुलिस का पहरा मोदी सरकार की कायराना हरकत -कांग्रेस
- महंगाई, बेरोजगारी, कुशासन के खिलाफ कांग्रेस के आंदोलन से मोदी शाह डर रहे
रायपुर/ हेराल्ड दफ्तर को ईडी द्वारा सीज किया जाना, कांग्रेस मुख्यालय तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी के घरों के बाहर पुलिस का पहरा बैठाना मोदी सरकार की कायराना हरकत है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और मोदी सरकार की वायदा खिलाफी के विरोध में कांग्रेस पार्टी द्वारा 5 अगस्त को देशभर में चलाये जाने वाले आंदोलन प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और राज्यों में राजभवन घेराव की घोषणा से घबरा कर भाजपा की केंद्र सरकार दबाव की राजनीति कर रही है। वह सोच रही है कि ईडी, सीबीआई, आईटी और सुरक्षाबलों को आगे कर कांग्रेस के द्वारा जनता के हित में उठाये जाने वाली आवाज को दबा देंगे। कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस का नेतृत्व भाजपा की इन दमनकारी नीति से डरने वाला नहीं है। कांग्रेस देश की जनता के हित में देश के लोकतंत्र को बचाने के लिये संघर्ष करती रहेगी, न झुकेगी और न ही रूकेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ मोदी सरकार द्वारा किये जाने वाले षड़यंत्र अब खुलकर दिखने लगे है। जनता देख रही है कि विपक्ष की मजबूत आवाज को दबाने के लिये संवैधानिक रूप से बनी संस्थाओं का मोदी सरकार असंवैधानिक उपयोग कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि जिस नेशनल हेराल्ड अखबार के नाम पर कांग्रेस के नेताओं को परेशान करने की भाजपा साजिश रच रही है वह नेशनल हेराल्ड और एसोसिएट जर्नल कांग्रेस की बलिदानी परंपरा का प्रमाण है। जब भाजपा के पूर्वज अंग्रेजों की चाटुकारिता कर रहे थे तब कांग्रेस के नेता पं. जवाहर लाल नेहरू, वल्लभ भाई पटेल, रफी अहमद किदवई जैसे नेता नेशनल हेराल्ड अखबार निकाल कर आजादी की अलख देश की जनता तक पहुंचा रहे थे। यह वही नेशनल हेराल्ड है जिसे अंग्रेजों ने 1942 से 1945 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान प्रतिबंधित किया। जिस भारत छोड़ो आंदोलन का भाजपाईयों के पूर्वज विरोध कर रहे थे, उसी भारत छोड़ो आंदोलन के नेशनल हेराल्ड क्रांति की अलख जगा रहा था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भाजपा नेशनल हेराल्ड के नाम पर इसलिये झूठा केस बनाना चाहती है क्योंकि वह भारत की आजादी की लड़ाई के प्रतिमानों को मिटाना चाहती है। देश आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों की मुखबिरी करने के बाद भाजपा आजादी की लड़ाई की अगुवा रही, कांग्रेस के बलिदानों को मिटाने का षड़यंत्र करती रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या से भाजपा और संघ के लोगों ने यह षड़यंत्र शुरू किया था और आज तक उसमें भाजपा और संघ के लोग लगे हुये है। केंद्र में सत्ता में आने के बाद इस षड़यंत्र में केंद्रीय एजेंसियों को भी शामिल कर उनका दुरुपयोग किया जा रहा है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और हमारे नेतृत्व का इरादा स्पष्ट रूप से यह सुनिश्चित करने का है कि नेशनल हेराल्ड जो देश की आजादी की विरासत का प्रतीक है। उसके मूल्य हमेशा जीवित रहें और हमारे आदर्शों और सिद्धांतों को व्यक्त करने में नेशनल हेराल्ड हमारी आवाज बना रहे।