सचिव राज्य सूचना आयोग श्री देहारी को सेवानिवृत्ति पर दी गई बिदाई

व्यावहारिक ज्ञान के मामले में सम्पन्न श्री देहारी-श्री राउत


रायपुर/छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग के सूचना सचिव  श्री आई आर देहारी को आयोग में कल सेवा निवृत्ति पर सादे समारोह में बिदाई दी गई। मुख्य सूचना आयुक्त श्री एम. के. राउत ने इस अवसर पर कहा कि सचिव राज्य सूचना आयोग श्री देहारी आयोग में संसाधनों की कमी के बाद भी कुशलता से कार्य सम्पादित किए। उन्होंने कहा कि यद्यपि श्री देहारी प्रशासनिक क्षेत्र से होने के नाते  व्यावहारिक ज्ञान के मामले में सम्पन्न थे।  उनका कार्यकाल बहुत ही अच्छा रहा और कार्य की प्रकृति को समझकर उसे गतिशीलता देने प्रयासरत रहते थे। उनके सुखद भविष्य की कामना के साथ आज उनकों आयोग से बिदाई दी जा रही है। उन्होंने कहा कि श्री देहारी जहां भी रहे स्वस्थ रहें और अपने को सार्वजनिक जीवन में सतत लगाए रखे।

राज्य सूचना आयुक्त श्री अशोक अग्रवाल ने कहा कि श्री देहारी का व्यवहार सरल, सौम्य था। श्री देहारी आयोग में लगभग 3 वर्ष का साथ रहा, जो महत्वपूर्ण था। जब कोई छोड़कर जाने लगता है तो उसके साथ बिताएं सारे लम्हें हमें याद आने लगते हैं। बहुत सारे दोस्त छूट जाते हैं और हम आगे बढ़ जाते हैं, पर वो हमें हमेशा याद आते हैं। जब कभी हम मिलते हैं, तो दिल खुशियों से भर जाता हैं। वे आदेशों, निर्देशों का तन्मयता से पालन कराते थे और सभी कर्मचारियों को साथ लेकर चलने वाले थे।

राज्य सूचना आयुक्त श्री मनोज त्रिवेदी कहा कि निवृत्तमान सचिव श्री देहारी शांतचित्त, मृदुभाषी थे, उनके चेहरे से उनके सुख-दुःख का पता नहीं चलता था। वे संयमित ओर सेवा कार्या में दक्ष रहे। राज्य सूचना आयुक्त श्री धनवेन्द्र जायसवाल ने कहा कि श्री देहारी मिलनसार थे और कार्यालय के कार्याे को व्यवस्थित कार्य संचालन के लिए अपनी पहचान बनाए हुए थे।  वे व्यक्तिगत समस्याओं को समाधान करने में मार्गदर्शक का काम करते थे। उनका ज्ञान सामाजिक ओर सार्वजनिक जीवन में काम आएगा।

सचिव राज्य सूचना आयोग श्री देहारी ने आयोग से अपनी बिदाई बेला में कहा कि आयोग में काम सीखने का बहुत अवसर मिला। उन्होंने कहा कि कर्म ही पूजा है, हमेशा अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार रहकर कार्य सम्पादित करें और कानून की परिधि में रहकर कार्य करते रहें। श्री देहारी ने कहा कि हमेश विचारों का आदान-प्रदान होते रहना चाहिए, जिससे संवादहीनता समाप्त हो जाती है। उन्होंने कहा कि पद, प्रतिष्ठा का अभिमान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोग में संसाध्नों की कमी के बाद भी समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया। मुख्य सूचना आयुक्त एवं आयुक्तगणों के निर्देशों का अनुपालन करते हुए त्रुटियों को सुधारने प्रयास किया। श्री देहारी ने कहा कि नई पीढ़ि के युवा तकनीकि के साथ अपने को ढालने का प्रयास करें, जिससे कार्य को सुचारू रूप से संचालन में परेशानी कम होगी।

निवृत्तमान सचिव राज्य सूचना आयोग श्री देहारी को छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग की ओर से शाल श्रीफल, राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संयुक्त संचालक श्री धनंजय राठौर, अवर सचिव श्रीमती आभा तिवारी, स्टाफ आफिसर सर्वश्री एस. आर. दीवान, श्री बीरेन्द्र गुप्ता, श्रीमती रजनी छड़ीमली, वरिष्ठ लेखाधिकारी श्री जे.आर. रावटे, अधीक्षक श्री अतुल कुमार वर्मा सहित आयेाग के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

The News India 24

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