पूर्व के रमन सरकार 2018 में बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से ऊपर था आज बेरोजगारी दर 0.6 प्रतिशत है, मोदी सरकार ने वादानुसार 8 साल में 16 करोड़ रोजगार नही दिया उल्टा 23 करोड़ हाथों से रोजगार छीन लिया:धनंजय सिंह ठाकुर

पूर्व के रमन सरकार 2018 में बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से ऊपर था आज बेरोजगारी दर 0.6 प्रतिशत है, मोदी सरकार ने वादानुसार 8 साल में 16 करोड़ रोजगार नही दिया उल्टा 23 करोड़ हाथों से रोजगार छीन लिया:धनंजय सिंह ठाकुर
  • घोषणावीर है भाजयुमो के नेता पहले भी दो बार बेरोजगारी का टेंट लगाने की घोषणा कर मैदान से भाग गये
  • केंद्र के पास एक करोड़ सरकारी पद खाली उस में भर्ती क्यो नही कराती भाजयुमो

रायपुर/25 जून 2022/ भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रेस वार्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा युवा मोर्चा पर तंज कसते हुये पूछा इस बार पक्का बेरोजगारी का टेंट लगाएंगे ना? क्योंकि इसके पहले भाजयुमो दो बार बेरोजगारी का टेंट लगाने की घोषणा करके मैदान छोड़कर भाग गए थे। 2014 के पहले भाजयुमो ने गली-गली गांव-गांव शहर शहर घूम कर युवाओं को केंद्र में सरकार बनने के बाद प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा और दावा किया था उसका क्या हुआ? अग्निपथ स्कीम में 4 साल की टेम्परेरी नियुक्ति दे रहे हैं? मोदी सरकार ने 8 साल में 16 करोड़ रोजगार को कहा फ्रिज करके रखा दिया है? और 23 करोड़ हाथों से जो रोजगार छीना गया है उसके लिए कौन जिम्मेदार है? केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद बेरोजगारी के मामले में देश 45 साल पुराने हालात में खड़ी हुई है। 1 करोड़ 25 लाख महिलाओं के हाथ से काम छीना गया है 15,000 से अधिक उद्योगपति कारोबार समेट कर देश छोड़कर चले गए। मोदी सरकार के पास अभी भी एक करोड़ से अधिक सरकारी पद रिक्त है उसमें भर्ती कब होगी? सरकारी नौकरी में भर्ती के नाम से निरंतर मोदी सरकार देश के युवाओं को ठग रही है और लूट रही है सरकारी पदों में भर्ती का विज्ञापन निकालकर देश के बेरोजगार युवाओं से 1300 करोड़ों सलाना मोदी सरकार कमाती है। केंद्र सरकार के पास देश के युवाओं को रोजगार देने का कोई रोडमैप नहीं है देश के 45 करोड़ युवा रोजगार की तलाश करते करते इतना हताश और परेशान हो गए हैं की अब वो रोजगार ढूंढना ही बंद कर दिए हैं।


प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नये विश्वसनीय छत्तीसगढ़ मॉडल से 5 लाख से अधिक युवाओं के लिये रोजगार, स्वरोजगार और सरकारी नौकरी के द्वार खुले। सत्ता परिवर्तन के पहले 2018 में जहां राज्य का बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से ऊपर था। आज छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर 0.6 प्रतिशत है। जबकि देश की बेरोजगारी दर 7.6 प्रतिशत है।

The News India 24

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