टैक्स डिफाल्टर वाहन स्वामियों के विरूद्ध ‘भू-राजस्व संहिता‘ के तहत वाहनों की कुर्की की होगी कार्रवाई
- टैक्स संग्रहण में उल्लेखनीय कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी होंगे पुरस्कृत
- एकमुश्त निपटान योजना तहत 7 महीने में 2 हजार 135 वाहनों से 20.50 करोड़ रुपए बकाया कर की वसूली
- परिवहन विभाग ने 1373.91 करोड़ रूपए का राजस्व अर्जित किया
- गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष राजस्व प्राप्ति में 19.69 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज
रायपुर, 12 अप्रैल 2022/ जिलों के ऐसे परिवहन अधिकारियों एवं कर्मचारियों जिन्होंने टैक्स संग्रहण में उल्लेखनीय कार्य किया है, उन्हें परिवहन आयुक्त के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के निर्देशन में परिवहन सचिव एवं परिवहन आयुक्त के लगातार मार्गदर्शन से मुख्यालय एवं जिलों के परिवहन अधिकारियों एवं प्रवर्तन अधिकारियों के द्वारा लगातार प्रयास एवं मेहनत से राजस्व की प्राप्ति की जा रही है।
परिवहन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व नुकसान को रोकने के लिए टैक्स डिफाल्टर की सूची जिलों के परिवहन अधिकारियों द्वारा समाचार-पत्रों के माध्यम से नोटिस जारी कर तथा व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क स्थापित कर अधिक से अधिक राजस्व संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। यदि उसके बाद भी टेक्स डिफाल्टर वाहन स्वामियों द्वारा टैक्स जमा करने में रूचि नहीं दिखाई जाती है, तो उन टैक्स डिफाल्टर वाहन स्वामियों के विरूद्ध ‘भू-राजस्व संहिता‘ के तहत वाहनों के कुर्की की विधिवत् कार्यवाही प्रारम्भ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि वाहन मालिकों को सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शासन द्वारा वर्ष 2021-22 में ‘एकमुश्त निपटान‘ योजना 13 सितंबर 2021 से 31 मार्च 2022 तक के लिए लागू की गई थी। जिसके तहत 2 हज़ार 135 वाहनों से 20.50 करोड़ रुपए बकाया कर की वसूली की गई है। इसके अतिरिक्त शेष 2 हजार 37 वाहनों को जप्त किया गया है, जिसकी वसूली शेष है।
छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग द्वारा ओव्हरलोड मालयान वाहनों तथा विविध अपराधों को नियंत्रित करने हेतु लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए विभाग द्वारा 16 परिवहन चेकपोस्ट एवं 7 परिवहन उड़नदस्ता का संचालन किया जा रहा है। परिवहन विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 1373.91 करोड़ रूपए का राजस्व अर्जित किया। जिसमें शुल्क 196.64 करोड़ रुपये, समझौता-शुल्क/फाईन से 193.61 करोड़ रुपए, टैक्स-जीवनकालकर, मासिक कर और त्रै-मासिक कर से 983.66 करोड़ रूपए का राजस्व अर्जित किया गया है। इसी तरह वर्ष 2020-21 में इन मदों से 1147.92 करोड़ रूपए का राजस्व अर्जित किया गया है। जिसकी तुलना में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1373.91 करोड रुपए राजस्व अर्जित करते हुए 19.69 प्रतिशत वृद्धि के साथ 225.99 करोड़ रूपए अधिक राजस्व अर्जित किया गया। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2020-21 में परिवहन चेकपोस्ट एवं परिवहन उड़नदस्तों द्वारा 3 लाख 16 हजार 249 वाहनों से 71.06 करोड़ रूपए राजस्व अर्जित किया गया। वही वित्तीय वर्ष 2021-22 में 6 लाख 26 हजार 605 ओव्हरलोड मालयान वाहनों तथा विविध अपराधों के तहत चालानी कार्यवाही कर 165.60 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया गया।
राज्य में कई पुराने मासिक, त्रै-मासिक कर बकाया है। जिलों के परिवहन अधिकारियों द्वारा वर्ष 2021-22 में 480 वाहनों से 22.04 करोड़ रुपए की वसूली की गई है। इसके अतिरिक्त 12 मार्च 2022 से 31मार्च 2022 तक अभियान चलाकर 588 वाहनों से 3.55 करोड़ रूपए बकाया टैक्स वसूल किया गया है।
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जायसवाल, एनईसीओ, एसकेएस, सार्थक इस्पात, गोदावरी इस्पात, हाइटेक यार्ड, शारदा एनर्जी सिलतरा सहित कई कम्पनियों और फैक्ट्रियों में टैक्स जमा नहीं करने वाली वाहनों को जप्त किया गया है। इन वाहन मालिकों पर परिवहन विभाग का लगभग 50 लाख रूपए बकाया है। इसी तरह विभिन्न फायनेंस कम्पनियों की 78 वाहनें जप्त कर खड़ी की गई है। इसके अतिरिक्त यार्डाे में खड़ी गाड़ियों के लिए नोटिस जारी किये गये हैं। यार्डांें में खड़ी जप्त वाहनों का टैक्स जमा करने हेतु फायनेंस कम्पनियों को नोटिस जारी किया गया है। ऐसी वाहनें भी शामिल है, जिन्हें फायनेंसरों ने किश्त अदा नहीं कर अपने यार्डाें में खड़ी कर दी थी।
विभाग द्वारा बिना परमिट के यात्री वाहनों के संचालन करने वाली 763 वाहनों से 6 लाख 32 हजार 7 सौ रूपए वसूल किये गये हैं। इसके अतिरिक्त बिना परमिट 6 यात्री वाहनों को जप्त करने की कार्रवाई की गई है। प्रवर्तन अमलों द्वारा ऐसी वाहनें जो बिना टैक्स जमा कर संचालित हो रही है, इन 4 हजार 259 वाहनों में निरन्तर कार्यवाही करते हुए 27.87 करोड़ रूपए टैक्स वसूल किया गया है, शेष 1037 वाहनों को जप्त किया गया है, इनकी वसूली शेष है।