गोधन न्याय योजना से ग्रामीण महिलाओं को मिली स्वावलंबन की राह…स्व सहायता समूह ने आयमूलक गतिविधियों से कमाए 2 लाख 84 हजार रुपए
- पहले स्वयं प्रशिक्षण लिया, अब दूसरों को दे रहीं प्रशिक्षण
रायपुर, 2 मार्च 2022 / ग्रामीण महिलाएं अब घरेलू कार्य के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी से अपनी सहभागिता बढ़ा रहीं हैं। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौठानों में संचालित आय मूलक गतिविधियों में ग्रामीण महिलाएं आर्थिक सहयोगी की भूमिका निभा रही हैं। इस तरह अब वे अपने परिवार की जिम्मेदारी, उनका भरण पोषण और अपने जीवन स्तर में सुधार लाने में सक्षम हो रही हैं।
विकासखंड खरसिया की ग्राम पंचायत लोढ़ाझर इस सफलता का साक्षी बन रहा है, यहां बिहान के अंतर्गत 2018 में गठित कान्हा महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने भविष्य को देखते हुए पहले स्वयं एवं समूह के सदस्यों के आर्थिक सहयोग के लिए एक निश्चित राशि समूह के खाते में डालना प्रारंभ किया, ताकि बचत राशि का उपयोग कर समूह की आय में वृद्धि और रोजगार गतिविधियां की जा सके। इस बीच मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल से छत्तीसगढ़ में सुराजी गांव योजना और गोधन न्याय योजना की शुरुआत हुई, जिसमें ग्राम पंचायत लोढ़ाझर में गौठान का निर्माण कार्य का प्रारंभ हुआ, यहां कान्हा महिला स्व-सहायता समूह द्वारा कार्य करना शुरू किया गया।