भाजपा की सरकारों में दम नहीं है कि किसानों को धान की कीमत 2540 प्रति क्विंटल दे सकें-कांग्रेस

भाजपा की सरकारों में दम नहीं है कि किसानों को धान की कीमत 2540 प्रति क्विंटल दे सकें-कांग्रेस
  • भाजपा की केंद्र सरकार के षड़्यंत्र और प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद छत्तीसगढ़ में धान खरीदी अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रही


रायपुर/19 जनवरी 2022।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा की किसान विरोधी केंद्र सरकार के धान खरीदी में बाधा उतपन्न करने का षड़यंत्र और प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार धान खरीदी के निर्धारित लक्ष्य के करीब पहुँच चुकी है। चालू खरीफ वर्ष में 22 लाख 66 हजार के लगभग पंजीकृत किसानों से 105 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है जो अब तक 18  लाख से अधिक किसानों से 72 लाख मैट्रिक टन के लगभग धान की खरीदी की जा चुकी है धान खरीदी की तिथि 31 जनवरी है। मुख्यमंत्री जी ने कहा है आवश्यकतानुसार यह बढ़ाया भी जायेगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और भाजपा के नेता छत्तीसगढ़ में धान खरीदी महा अभियान को सफल होते देख बेचैन हो गए हैं,परेशान हो गए हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार प्रदेश के किसानों को धान की कीमत 2540 रु प्रति क्विंटल दे रही है। भाजपा शासित राज्यों में दम ही नहीं है जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की तरह किसानों को धान की कीमत 2540रु दे सके।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार जितनी मात्रा में प्रतिवर्ष धान खरीदी कर रही है। 15 साल में रमन सिंह की सरकार ने खरीदी नहीं की है। राज्य निर्माण के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ में 105 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी हो रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के किसान विरोधी कृत्यों से किसान हताश और परेशान है किसानों को उनकी उपज का कीमत नहीं मिल रहा है। भाजपा के नेता धान खरीदी में बाधा उत्पन्न करने के लिए अफवाह फैलाने झूठ बोलने और षड़्यंत्र करने में ही लगे रहे हैं, झूठे मनगढ़ंत आरोप लगाकर किसानों को बरगलाने की कोशिश किए लेकिन छत्तीसगढ़ के किसान, भाजपा नेताओं के किसान विरोधी चरित्र से वाकिफ है जिस प्रकार से भाजपा के नेता किसान आंदोलन के दौरान किसानों को आतंकवादी नक्सली टुकड़े टकड़े गैंग बताकर किसानों का अपमान किए थे छत्तीसगढ़ के किसान उन बातों को भूली नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद जब पहले बार छत्तीसगढ़ के किसानों को धान की कीमत ₹2500रु प्रति क्विंटल एकमुश्त दिया गया तो यही भाजपा की केंद्र सरकार ने नियम शर्ते लगाकर 2500 रु एकमुश्त देने पर रोक लगाई। दूसरे वर्ष जब राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को धान के 2500 रु के अंतर की राशि दिया गया तब केंद्र की भाजपा की सरकार ने फिर नियम शर्ते लगाई और सेंट्रल पूल में 60 लाख मैट्रिक टन चावल लेने की सैद्धांतिक सहमति के बाद मात्र 24 लाख मैट्रिक टन चावल ले लेने की अनुमति प्रदान की। तीसरी बार जब छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी की जा रही है तब केंद्र में बैठी किसान विरोधी भाजपा की सरकार ने छत्तीसगढ़ के 22 लाख 66 हजार किसानों से धान खरीदने मांगी गई 5 लाख 50 हजार गठान बारदाना- की आपूर्ति में रोड़ा अटकाई है और सेंट्रल पूल में मात्र अरवा चावल लेने उसना चावल लेने से मना ही कर दी। यह भाजपा का किसान विरोधी चरित्र है भाजपा की केंद्र  और राज्य  किसानों के ऊपर जुल्म ढहा रही है उत्तर प्रदेश में मोदी सरकार के मंत्री के पुत्र ने किसानों के ऊपर अपनी गाड़ी चढ़ा कर किसानों की हत्या की है। किस मुंह से विष्णुदेव साय अपने को किसान हितेषी बताते हैं आज भी हत्यारे पुत्र के पिता मोदी सरकार में मंत्री है जिसे मोदी और आर एस एस का समर्थन है।

The News India 24

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