’आपदा में अवसर की तलाश, भाजपा की पूरी नहीं होगी आस- कांग्रेस’….’यहां कोरोना का रोना रोने की बजाय मोदी को रोकें टोकें’
रायपुर/ 03 जनवरी 2022। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर के बयान को उनके मानसिक संक्रमण का प्रभाव ठहराते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना की रोकथाम, जांच, इलाज और नए वैरियंट ओमिक्रोन के फैलाव को रोकने के लिए पहले से ही समुचित इंतजाम कर रखे हैं और छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश की जनता के स्वास्थ्य के लिए संवेदनशील हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इंतजाम की जानकारी ली है। इस पर भी भाजपा ओछी राजनीति और घटिया मानसिकता का भौंडा प्रदर्शन करने से बाज नहीं आई।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि जब देश में कोरोना आया भी नहीं था, तब हमारे पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनता की चिंता करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आगाह किया था लेकिन मोदी जी ने न केवल कोरोना को भारत बुलाया, छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में फैलाया बल्कि जनता की जान से खिलवाड़ करते हुए छत्तीसगढ़ के लोगों से राजनीतिक बदले की भावना से भेदभाव किया। छत्तीसगढ़ ने भाजपा को नौ सांसद दिए, इसका अहसान चुकाना तो दूर, छत्तीसगढ़ को जरूरत के मुताबिक टीके देने में भी आनाकानी की। अन्य प्रांतों में फंसे छत्तीसगढ़ के लोगों को लाने के लिए जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ट्रेन मांग रहे थे तब मोदी और तत्कालीन रेल मंत्री छत्तीसगढ़ के साथ राजनीति कर रहे थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि तब भाजपा के सांसद और राष्ट्रीय पदाधिकारी का तमगा लगाकर घूमने वाले मौत का तमाशा देख रहे थे। भूपेश बघेल सरकार के प्रयासों में बाधा खड़ी कर रहे थे। भाजपा के पंद्रह साल में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट कर देने वालों ने अपनी विनाशलीला पर प्रायश्चित करने की बजाय कांग्रेस सरकार की जुझारू कोशिशों की नुक्ताचीनी करने को ही अपना धर्म समझ रखा था। अब तीसरी लहर को लेकर भी भाजपा ने अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर अपने कार्यकाल के घपले घोटाले, कांड और बदइंतजामी को याद करें और यहां पैंतरेबाजी दिखाने की जगह मोदी और योगी को रोकें टोकें जो यूपी में यमराज की भूमिका निभाने बेताब हैं। यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी जनता को जैसे पहली और दूसरी लहर में बचाया, वैसे ही तीसरी लहर में भी बचा रहे हैं।