रायपुर/16 अगस्त 2019। राज्य सरकार के द्वारा सरकारी स्कूलों दफ्तरों एवं शासकीय संस्थानों में देश के महान विभूतियों के तस्वीर पुनः लगाने के निर्देश का कांग्रेस ने स्वागत किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व की रमन सरकार ने दुर्भावनावश देश की महान विभूतियों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों की तस्वीरों को सरकारी दफ्तरों स्कूलों भवनों से हटवाकर अपने उन नेताओं की तस्वीरों को लगवाया था जिन नेताओं का आजादी की लड़ाई से लेकर देश के विकास और सामाजिक समरसता को बनाए रखने में किसी भी प्रकार का योगदान नहीं था।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व की रमन सरकार की गलतियों को सुधारने का काम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार कर रही है। आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राष्ट्र प्रेमी नेताओं की तस्वीर के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल की फोटो को लगाने का निर्देश दिया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकारी दफ्तरों और स्कूलों में महान विभूतियों की फोटो लगाने का मकसद बच्चों के मन में राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को जागृत करना है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसा के विचारधारा को समझ कर बच्चे अहिंसा के मार्ग पर चलकर राष्ट्र के विकास में भागीदार बनें। पूर्व राष्ट्रपति एवं महान वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम के राष्ट्रप्रेम और उनकी वैज्ञानिकी सोच को समझे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कैसे 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को उसके करतूतों की सजा दी और पाकिस्तान के दो टुकड़े किए, आधुनिक भारत के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कैसे 21वीं सदी की नींव रखी और देश में संचार क्रांति लाये। इन महान विभूतियों के तस्वीरों को देखकर बच्चों को प्रेरणा मिलेगी। बच्चे देश के समग्र विकास में सहभागी बने। देश के प्रति अपने जिम्मेदारियों को निभायेंगे। इसी मूल मकसद से सरकारी स्कूलों बिल्डिंगों में देश के महान विभूतियों की तस्वीर लगाने का निर्णय लिया।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व की रमन सरकार अपने संगठन के प्रति समर्पित नेताओं की तस्वीरों को लगाकर जनता के बीच में उन्हें राष्ट्रप्रेमी घोषित करने में लगे थे और जनता के द्वारा पूछे जाने पर दीनदयाल उपाध्याय के राष्ट्र के प्रति क्या योगदान है, तब रमन सरकार दीनदयाल उपाध्याय की देश के प्रति योगदान को बताने के बजाय सवाल पूछने वालों पर कार्यवाही करते थे। आज तक देश की जनता समझ नहीं पाई है आखिर दीनदयाल उपाध्याय का देश के प्रति क्या योगदान रहा है।