छत्तीसगढ़ी संस्कृति परिषद के लिए अशासकीय सदस्यों का मनोनयन
रायपुर, 28 नवम्बर 2021/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के घोषणा के अनुरूप संस्कृति विभाग के विभिन्न प्रभागों को एक अम्ब्रेला के नीचे लाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद के लिए अशासकीय क्षेत्र के 15 सदस्यों का मनोनयन किया गया है। इस आशय का आदेश मंत्रालय, महानदी भवन नवा रायपुर स्थित संस्कृति विभाग द्वारा जारी कर दिया है। शासन द्वार जारी आदेश अनुसार नामांकित सदस्यांे में राज्य के साहित्य और कला क्षेत्र से संबंधित व्यक्ति श्री विजय गुप्त, अम्बिकापुर साहित्य के क्षेत्र से, श्री भूपेश तिवारी कोण्डागांव आदिवासी-लोककला के क्षेत्र से, सुश्री सुनिता वर्मा भिलाई चित्रकला-मूर्तिकला के क्षेत्र से, श्री भूपेन्द्र साहू रायपुर नाट्यकला के क्षेत्र से, पद्मश्री ममता चन्द्राकर, कुलपति इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ को शास्त्रीय-लोक संगीत के क्षेत्र से, श्री कालीचरण यादव बिलासपुर और सुश्री वासंती वैष्णव नृत्य विशेषज्ञ रायगढ़ को नृत्य के क्षेत्र से सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। इसी प्रकार कला साहित्य में रूचि रखने वाले छत्तीसगढ़ से भारतीय संसद में निर्वाचित सदस्य श्री दीपक बैज सांसद बस्तर को भी सदस्य नामांकित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि परिषद के अंतर्गत कुल 6 प्रभाग है, जिनमें साहित्य अकादमी में पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी पीठ, श्रीकांत वर्मा पीठ और गुरू घासीदास शोध पीठ होंगे। साहित्य अकादमी के इन तीनों पीठों के अध्यक्ष भी परिषद के सदस्य होंगे। शेष अन्य 5 प्रभागों के सदस्य होंगे। इस प्रकार सदस्यों की संख्या 8 होगी। अध्यक्ष साहित्य अकादमी में श्री ईश्वर सिंह दोस्त, पिथौरा-भोपाल, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी पीठ में श्री ललित कुमार भिलाई, श्रीकांत वर्मा पीठ में श्री रामकुमार तिवारी बिलासपुर, अध्यक्ष आदिवासी एवं लोककला अकादमी में श्री नवल शुक्ल अम्बिकापुर, अध्यक्ष कला अकादमी में श्री योगेन्द्र त्रिपाठी खैरागढ़-भिलाई को सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया है। इसी प्रकार अध्यक्ष द्वारा मनोनित दो सदस्यों में श्री विनोद वर्मा रायपुर और श्री जयंत देशमुख रायपुर को परिषद में शामिल किया गया है। इन मनोनीत सदस्यांे का कार्यकाल दो वर्षों के लिए निर्धारित होगा।