शिक्षा विभाग में वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार रूकने का नाम नहीं ले रहा
राजनांदगांव। जिले के शिक्षा विभाग में वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार रूकने का नाम नहीं ले रहा है। विगत 19 महीनों में बर्तन घोटाला, फर्नीचर घोटाला, अनुकंपा नियुक्ति घोटाला, ट्रांसफर-पोस्टिंग घोटाला, नियुक्ति घोटाला, वेतन घोटाला, अनुमति मान्यता घोटाला हो चुका है और छग विधानसभा में भी इन घोटालों की गलत जानकारी दिया गया, जिसकी लगातार शिकायतें हो रही है, लेकिन आज तक गंभीरता से जांच तक नहीं किया गया।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल का कहना है कि शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है, क्योंकि आए दिन शिक्षा विभाग में हो रही घोटालों की दस्तावेजी साक्ष्य के साथ लिखित शिकायतें हो रही है, लेकिन किसी भी दोषी पर कोई सख्त कार्यवाही नहीं हुआ। श्री पॉल का कहना है कि भूपेश साहू, जिला समन्वयक, राजनांदगांव जिनका मूलपद व्याख्याता (इतिहास) है, दिनांक 13.09.2013 से वे इस पद पर पदस्थ है और उनके ऊपर कई आरोप लगे और जांच में आरोपों की पुष्टि भी हो चुकी है, लेकिन वे आज भी उसी मलाईदार पर पर पदस्थ है।
श्री पॉल ने बताया कि भूपेश साहू के द्वारा भारी वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार किया गया और मुख्यमंत्री निवास से दिनांक 06.06.2020 को भूपेश साहू, जिला मिशन समन्वयक, राजनांदगांव को हटाने एवं सभी विकासखंड स्तरीय अभिलेखों की जांच करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन जांच सिर्फ दो विकासखंडों (राजनांदगांव एवं मानपुर) का ही कराया गया और अभी सात और विकासखंडों की जांच होना शेष है, क्योंकि बाकी विकासखंडों की जांच जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम ने आज तक नहीं कराया जो मुख्यमंत्री के निवास से जारी आदेश दिनांक 06.06.2020 की अवहेलना है,
क्योंकि मुख्यमंत्री निवास से सभी विकासखंड स्तरीय अभिलेखों की जांच करने का आदेश जारी किया गया था और जांच दल ने अपने जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट लिखा है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने मौखिक आदेश देकर अन्य विकासखंडों में हुई अनियमितता की जांच करने से मना किया था, लेकिन जांच दल ने अभिमत दिया कि अन्य विकासखंडों में भी जांच कराया जाना उचित होगा, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी ने ऐसा नहीं किया, क्योंकि बाकी विकासखंडों में व्यापक स्तर पर वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार हुआ था और जिला शिक्षा अधिकारी भूपेश साहू को बचाना चाहते थे।
दोषी को बचाना और अपराध को छिपाने का प्रयास करना भी अपराध है, इसलिए छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर वित्तीय वर्ष 2014 से लेकर 2021 तक भूपेश साहू, जिला समन्वयक, राजनांदगांव के द्वारा की गई वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार की विकासखंड स्तरीय जांच कराने की मांग किया गया है।