छत्तीसगढ़ में हुक्का बार और सरकारी शराब दुकान रमन भाजपा की देन-कांग्रेस

छत्तीसगढ़ में हुक्का बार और सरकारी शराब दुकान रमन भाजपा की देन-कांग्रेस
  • नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक स्पष्ट करें गांजा तस्करी और हुक्का बार बंद करने के पक्ष में है कि नहीं?

रायपुर/25 अक्टूबर 2021। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को स्पष्ट करना चाहिए कि भाजपा गांजा तस्करी और हुक्का बार बंद करने के पक्ष में है कि नहीं? छत्तीसगढ़ में सरकारी शराब की दुकान और हुक्का बार कल्चर लाने वाले रमन भाजपा की ही सरकार है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति कला आचार-विचार के विपरीत 15 साल तक रमन भाजपा की सरकार ने काम किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार छत्तीसगढ़ को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रयास कर रही है। गांजा तस्कर, ड्रग तस्कर, हुक्का बार, शराब तस्कर के ऊपर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। शराबबंदी के लिए तीन कमेटियों का गठन किया गया है सामाजिक कमेटी, प्रशासनिक कमेटी और राजनीतिक कमेटी जिसमें सभी दल के विधायकों को आमंत्रित किया गया है। दुर्भाग्य की बात है शराबबंदी के नाम से बनी राजनीतिक कमेटी में भाजपा के विधायक अब तक शामिल नहीं हुए हैं और भाजपा के नेता शराबबंदी के नाम से आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार महिलाओं के लिए अलग से शराब की दुकान खोलने की योजना ला रही है। गुजरात के फाइव स्टार होटलों में शराब परोसे जा रहे हैं। बिहार में शराब की तस्करी जोरों पर है। भाजपा शासित राज्यों में अवैध रूप से गांजा, ड्रग्स, शराब की तस्करी खुलेआम हो रही है। ऐसे में भाजपा नेताओं को स्पष्ट तौर पर छत्तीसगढ़ की जनता को बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के द्वारा शराबबंदी के लिए गठित राजनीतिक कमेटी में पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधायक डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर सहित भाजपा के विधायक क्यों शामिल नहीं हुए हैं?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के अब तक के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में 70 से अधिक शराब की दुकानें आधा सैकड़ा से अधिक बीयर बार को बंद किया गया है। जहां पर जनता की आपत्ति आती है उस दुकान को तत्काल स्थानांतरित कर दिया जाता है। शराबबंदी के लिए गठित सामाजिक कमेटी की बैठक हो चुकी है। सभी समाज प्रमुख नोटबंदी की तरह शराबबंदी करने के खिलाफ है, क्योंकि 15 साल के रमन भाजपा शासनकाल में जिस प्रकार से रमन सिंह ने गांव-गांव तक घर-घर तक शराब को पहुंचाने का काम किया है। कांग्रेस सरकार लोगों को शराब की लत को छुड़ाने जागरूकता के माध्यम से लोगों को शराब की बुराईयों से अवगत करा शराब से दूर करना है। शराब की बुराई को पहले निकालना होगा और स्वास्थ्यगत परेशानियों से उनको बचाना होगा इसलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार शराबबंदी की ओर स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ रही है।

The News India 24

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