ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री की सियासी चर्चाओं के बीच कांग्रेस विधायकों का दिल्ली जाना जारी
नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ में एक बार फिर ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री की सियासी चर्चाओं के बीच कांग्रेस विधायकों का दिल्ली जाना जारी है। जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह तीन और विधायकों ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी। इनमें भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, नवागढ़ से विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे और नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप का नाम शामिल है। वहीं दो विधायकों बीमार होने के कारण दिल्ली नहीं जा पाए।
दिल्ली जाने के लिए रायपुर पहुंच चुके सामरी विधायक चिंतामणि महाराज ने दौरा स्थगित कर दिया है। बताया जा रहा है, उनकी तबीयत खराब है। वे नवा रायपुर स्थित अपने आवास पर आराम कर रहे हैं। एक दिन पहले रायपुर उत्तर से विधायक कुलदीप जुनेजा के भी बीमार होने की बात सामने आई थी। पता चला है कि, जुनेजा भी दिल्ली जाने के लिए प्रस्तावित विधायकों की सूची में शामिल हैं। पिछली बार दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन कर चुके सभी विधायकों-मंत्रियों को एक-दो दिन में दिल्ली ले जाने की तैयारी पूरी है। आगे-पीछे सभी वहां पहुंचेंगे।
रविवार सुबह रवाना हुए तीन नेताओं को मिलाकर कांग्रेस के 27-28 विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं। इनमें विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, विधायक रेखचंद जैन और अनूप नाग शनिवार शाम 7.30 की विमान से दिल्ली गए। ममता चंद्राकर, कुंवर सिंह निषाद, विनय भगत, लक्ष्मी ध्रुव, रामकुमार यादव, शिशुपाल शोरी, लालजीत सिंह राठिया, संतराम नेताम, राजमन बेंजाम, डॉ. केके ध्रुव, उत्तरी जांगड़े, किश्मतलाल नंद शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक दिल्ली पहुंचे। बृहस्पत सिंह, गुरुदयाल बंजारे, मोहित केरकेट्टा, डॉ. विनय जायसवाल, द्वारिकाधीश यादव, यूडी मिंज, पुरुषोत्तम कंवर, चंद्रदेव राय और प्रकाश नायक पहले से ही दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
बताया जा रहा है, दिल्ली पहुंच चुके विधायकों के बीच आज दोपहर एक बैठक होनी है। इसमें दिल्ली में उनके कार्यक्रम और रणनीति पर चर्चा होनी है। विधायक यह तय करेंगे कि अगले कुछ दिन वे किस नेता से और कैसे मुलाकात करेंगे। वहां बातचीत के मुद्दे क्या होंगे। इसका संयोजन बृहस्पत सिंह और देवेंद्र यादव कर रहे हैं।
वहीँ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री पद पर ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले से फिर इंकार किया है। उन्होंने कहा, ऐसी किसी बात का कोई अस्तित्व नहीं है। विधायकों के दिल्ली दौरे को भी उन्होंने राजनीति से जोड़ने से इंकार किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मीडिया इसके पीछे क्यों पड़ी है। विधायक आते-जाते रहते हैं, कोई राजनीतिक घटनाक्रम हुई क्या? गए हैं तो आ जाएंगे। हर व्यक्ति स्वतंत्र है कोई आदमी आए-जाए जब कोई राजनीतिक घटनाक्रम हो तब जोड़ा जाना चाहिए। जब कोई घटना ही नहीं घट रही है तो उसे राजनीतिक चश्मे से क्यों देखा जा रहा है।