छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग द्वारा ’’कृषि, जल संरक्षण, खाद्य प्रसंस्करण व संबंध क्षेत्र के विकास’’ पर गठित टॉस्क फोर्स की बैठक संपन्न
रायपुर, 21 सितंबर 2021/ छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग की कृषि, जल संवर्धन, खाद्य प्रसंस्करण एवं संबद्ध क्षेत्रों के विकास हेतु गठित टॉस्क फोर्स की बैठक मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं टास्क फोर्स के अध्यक्ष श्री प्रदीप शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में टॉस्क फोर्स अंतर्गत गठित नौ वर्किंग ग्रुप यथा- कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, एन.जी.जी.बी., सहकारिता, खाद्य प्रसंस्करण, एग्रोफोरेस्ट्री, जल संरक्षण द्वारा अनुशंसा संबंधित ड्राफ्ट रिपोर्ट का प्रस्तुतिकरण दिया गया। टॉस्क फोर्स के अध्यक्ष श्री प्रदीप शर्मा द्वारा अंतर्विभागीय विषयों को चिन्हाकित कर अन्य विभागों की गतिविधियों पर पड़ने वाले प्रभाव को भी संज्ञान में रख कर अनुशंसाएं दिए जाने का आग्रह किया गया। बैठक में श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी, संचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं द्वारा सुझाव दिया गया कि प्रदत्त अनुशंसाओं से कृषको के सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर पड़ने वाले प्रभावों का भी समावेश किया जाए।
प्रोफेसर श्रीजित् मिश्र, इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलेपमेंट रिसर्च, मुम्बई द्वारा कृषि के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं के प्रभावी अभिसरण की बात कही गई। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा हाल ही में क्रियान्वित किये गये मिलेट मिशन को राज्य के लिए बहुत उपयोगी बतलाया। उन्हांेने कृषकों के रिकार्ड के डिजिटाईजेशन को आवश्यक बतलाया। श्री अमलोरपवनाथन, सेवानिवृत्त डीएमडी, नाबार्ड ने कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में क्रेडिट कवरेज को बढ़ाये जाने हेतु आवश्यकता बतलाई। उन्होंने पशुपालन के क्षेत्र में पशुधन उत्पादकता बढ़ाये जाने हेतु नवीनतम तकनीक लागू किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। श्री कौशल चन्द्राकर, अध्यक्ष मत्स्य पालन, वर्किंग ग्रुप द्वारा मछली पालन के राज्य में व्यवसायीकरण की अपार संभावनाओं के बारे में जानकारी दी तथा शासन द्वारा हाल ही में मछली पालन को कृषि का दर्जा दिये जाने को सराहनीय कदम बतलाया।
पशुपालन विषय पर गठित वर्किंग ग्रुप द्वारा पशुओं के नस्ल सुधार हेतु नवीनतम तकनीक जैसे- हीटसिन्क्रोनाईजेशन आदि के उपयोग की बात कही। संचालक, पशु चिकित्सा सेवायें द्वारा पशुधन संबंधी उत्पादो एवं वेक्सीन इत्यादि हेतु प्रभावी कोल्ड चैन व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण पर जोर दिया। डॉ. शंकर लाल उईके, मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा गौठान ग्रामों में पशुपालन एवं कुक्कुट विकास संबंधित गतिविधियों को सघनता से लिये जाने पर जोर दिया।
बैठक में श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी, संचालक, पशु चिकित्सा सेवायें, डॉ. नीतू गौरडिया, संयुक्त संचालक, राज्य योजना आयोग, डॉ. व्ही.के. शुक्ला, संचालक, मछली पालन, सुश्री नमिता मिश्रा, एफ.ई.एस., श्रीमती गोपिका गबेल, डॉ. शंकरलाल उईके, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, छत्तीसगढ़ राज्य अभिकरण, अवर सचिव, कृषि, श्री भूपेन्द्र पाण्डेय, अपर संचालक, उद्यानिकी, श्री मनोज अम्बस्ट, उप संचालक, उद्यानिकी, डॉ. जेड.एच. शम्स, डॉ. आर.के. प्रजापति, वैज्ञानिक, आई.जी.के.व्ही.व्ही., श्री एस.सी. पदम, अपर संचालक, कृषि, श्री आर.के. नगरिया, मुख्य अभियंता, जल संसाधन, श्री सरोज महापात्रा, प्रदान, श्री सतीश अवस्थी, कृषि विभाग, श्री अविनाश श्रीवास्तव, ओ.एस.डी., अपेक्स बैंक, श्री विरेन्द्र तिवारी, अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन, श्री शिरीष कल्याणी, निरजा कुद्रीमोती तथा विभाग एवं संबंधित संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे।