भारतीय जनता पार्टी धर्मांतरण का झूठा हव्वा खड़ा कर रही-मोहन मरकाम
- 15 साल भाजपा राज में प्रदेश में धर्मांतरण हुये : कांग्रेस राज में इस पर अंकुश लगा
रायपुर/08 सितंबर 2021। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राज्य में धर्मांतरण का झूठा हव्वा खड़ा कर प्रदेश के शांत वातावरण को बिगाड़ने में लगी है। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण विरोधी कानून अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से जब प्रदेश के मुख्यमंत्री श्यामा चरण शुक्ल थे तब से लागू है। भारतीय जनता पार्टी के हर छोटे-बड़े नेता ने धर्मांतरण को लेकर बयानबाजी किया है लेकिन किसी ने आज तक प्रदेश में जबरिया धर्मांतरण या प्रलोभन देकर धर्मांतरण के खिलाफ कही भी शिकायत दर्ज नहीं करवाया है। भारतीय जनता पार्टी के आरोपों में कोई भी सच्चाई है तो वे थाने में रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज करवाते है? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्पष्ट रूप से घोषणा कर चुके है प्रदेश में कहीं भी जबरिया धर्मांतरण की शिकायत आएगी तो उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। भाजपा बताएं कि 15 साल में धर्मांतरण के खिलाफ उसने कितनी कार्यवाहियां करवाई थी?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा काल्पनिक धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर बस्तर और राज्य के दूसरे क्षेत्रों में अशांति फैलाने की साजिश रच रही है। इनके धर्मांतरण के मुद्दे को जब जनता ने नकार दिया तब प्रचार पाने के उद्देश्य से भाजपा का उपद्रवी ब्रिगेड लोगों से मारपीट कर हिंसक प्रदर्शन कर भय का वातावरण बना कर सनसनी फैला रही है। छत्तीसगढ़ जिन ईसाई मिशनरियों के द्वारा धर्मांतरण कराये जाने का आरोप भाजपा लगा रही है। भारतीय जनता पार्टी के राज में वही ईसाई मिशनरियां सबसे ज्यादा फली-फूली है। रमन राज के पन्द्रह साल में छत्तीसगढ़ में इनकी संख्या तीन गुना तक बढ़ी है। यदि यह मिशनरियां धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही थी तो रमन सरकार ने इन पर अंकुश क्यों नहीं लगाया था? छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद राज्य में एक भी मिशनरी के आश्रम नहीं खुले। कांग्रेस सरकार के द्वारा किये जा रहे जनहित के कार्यों के कारण भाजपा भूपेश सरकार के खिलाफ बोलने को मुद्दे नहीं पा रही इसलिये झूठे धर्मांतरण का विषय उठा कर भाजपाई अपनी राजनीति बचाने में लगे हैं। प्रदेश की जनता भाजपा की इस कुचाल को समझ चुकी है, लोग भाजपा के इस जहर बोने की राजनीति में नहीं आने वाले।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि यह भाजपा की पुरानी फितरत है जब वह विपक्ष में रहती है तथा मुद्दों के दिवालियेपन से जूझती है तब वह धर्म की राजनीति करने की नौटंकी शुरू कर देती है। धर्म से धर्म को लड़ा कर देश के समाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने का भाजपा का पुराना शगल है। कभी वह हिन्दू से मुसलमान को लड़ाती है, कभी हिन्दू सिख में विद्वेष करवाती है, कभी हिन्दू ईसाई में झगड़े करवाती। भाजपा अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने किसी भी हद तक जा सकती है।