दिल्ली दौरे पर विधायकों की सफाई:बृहस्पत सिंह बोले
हम अगले चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने आए थे; कुछ ने दबी जुबान में कहा- माहौल बनाना जरूरी था
नई दिल्ली/पिछले 1 महीने से अपने विवादित बयानों से घिरे रहने वाले विधायक बृहस्पत सिंह के दिल्ली पहुंचकर सुर एकदम बदले नजर आए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम अगले चुनावों की रणनीति पर चर्चा करने के लिए दिल्ली आए हैं। AICC यानि कांग्रेस का राष्ट्रीय दफ्तर हमारा मंदिर है। हम यहां पहुंचे और अब वापस लौटने की तैयारी हैं। हम पार्टी हाईकमान के साथ हैं। राहुल गांधी जो भी निर्णय लेंगे हम सभी को स्वीकार्य है।
बृहस्पत सिंह छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया से मिलने शुक्रवार को उनके घर पहुंचे थे। वहां से निकले तो अपने दिल्ली आने का कारण चुनावी रणनीति को बताया। इससे पहले बृहस्पत सिंह ने मंत्री सिंहदेव पर जानलेवा हमला कराने का भी आरोप लगाया था। बाद में उन्होंने कहा था कि वो भावावेश में आकर यह सब आकर कह गए थे। दिल्ली के दौरे पर पार्टी के बाकी विधायक यही कहते नजर आए कि वह प्रदेश के विकास कार्यों की चर्चा करने के लिए दिल्ली आए हैं।
राजनीतिक दल है राजनीतिक चर्चा करने आए हैं
रायपुर से विधायक और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने दैनिक भास्कर से कहा कि दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता रहते हैं। छत्तीसगढ़ के नेताओं को पूरा अधिकार है अपने राष्ट्रीय नेताओं से मिलने का। कोविड काल के दौरान यह मुमकिन नहीं हो पाया था, इसलिए सभी नेता यहां पहुंचे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और हम सभी राजनीति से ताल्लुक रखते हैं। लिहाजा इस मुलाकात में राजनीतिक चर्चाएं भी हुई जो स्वाभाविक हैं।
माहौल बनाना जरूरी था
छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों से 40 से अधिक विधायक दिल्ली पहुंचे थे। शुक्रवार दोपहर बाद सभी ने AICC के दफ्तर में डेरा जमाया। इस दौरान कई तरह की चर्चाएं विधायक आपस में कर रहे थे। कुछ ने दबी जुबान में इस बात को कबूला कि इतनी बड़ी तादाद में विधायकों का दिल्ली पहुंचना सियासी माहौल बनाने का एक बड़ा जरिया है। वे इसे जरूरी भी मानते हैं।
इशारों-इशारों में विधायक यह बताना चाहते थे कि छत्तीसगढ़ के नेताओं की धमक दिल्ली में पता चलनी चाहिए। हालांकि, मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सभी ने कैमरे पर यही कहा कि वह सरकार के बेहतर कामों को बताने के लिए दिल्ली आए थे और राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ आने की बात सुनकर सभी खुश हैं और अब लौटने की तैयारी है।
राहुल गांधी ने नहीं दिया समय
विधायकों ने शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया के घर जाकर उनसे मुलाकात की। असल में सभी विधायक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ राहुल गांधी के घर जाकर मुलाकात करना चाहते थे। पीएल पुनिया ने अपनी ओर से विधायकों को राहुल से मिलवाने का प्रयास किया, लेकिन यह मुमकिन नहीं हो सका।
राहुल गांधी से वक्त न मिलने पर सभी ने पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। दूसरी तरफ CM बघेल खुद राहुल गांधी के घर पर मीटिंग कर रहे थे। शाम को खबर आई कि राहुल गांधी अगले सप्ताह छत्तीसगढ़ आकर सभी विधायकों से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि प्रदेश के सियासी भविष्य के लिहाज से राहुल गांधी का ये दौरा अहम होगा।