महंगाई और कोरोना के दो पाटों पर पिसती जनता ,केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की विफलता और अदूरदर्शिता को बयां कर रहा है
महंगाई और कोरोना के दो पाटों पर पिसती जनता ,केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की विफलता और अदूरदर्शिता को बयां कर रहा है ।कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक,प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि हनुमान जी की पूंछ की तरह बढ़ती महंगाई और केंद्र सरकार की कुम्भकर्णी नींद हर घर मे आग लगा रही है , उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में महंगाई को लेकर बड़े बड़े आंदोलन किये ,सड़को पर धरना देकर जनता को बताया कि हम सत्ता में आये तो पेट्रोल 30 रुपये लीटर पेट्रोल,देंगे ,महंगाई खत्म कर देंगे ,जनता के अच्छे दिन आ जाएंगे पर इन सात वर्षों में जनता का जीना दुश्वार हो गया है ,नरेंद्र मोदी और भाजपा महंगाई को नियंत्रित करने में असफल है और महंगाई को कम करने का कोई प्लान नही है क्योंकि महंगाई छद्म है ,केंद्र सरकार द्वारा निर्मित है , 2014 की मनमोहन सिंह सरकार में जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल की कीमत 2012 में 112 डॉलर प्रति बैरल था तब देश मे पेट्रोल की अधिकतम कीमत प्रति लीटर 71 रुपये थी ,डीजल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 65.76 डॉलर प्रति बैरल पर 35 रुपये थी , आज 2020–2021 में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 55-63 डॉलर प्रति बैरल की बीच है और नरेंद्र मोदी 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक कीमत में पेट्रोल और लगभग 90 रुपये से अधिक कीमत पर डीजल बेचा जा रहा है ।कांग्रेस ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने पेट्रोल–डीजल को आय की जरिया बना ली है , मात्र 10 माह में 2.94 लाख करोड़ की मुनाफा कमाया है ।इसी तरह रसोई गैस की कीमत 7 वर्षो में जस्ट दुगुना हो गया है ,2014 में एक सिलिंडर 410 रुपये में मिलता था 2021 कि आते आते 819 रुपये ही गए ,केंद्र सरकार की छद्म महंगाई बढ़ती ही जा रही है क्योंकि रसोई गैस और पीडीएस केरोसिन की सब्सिडी को खत्म कर दी गई है ,केरोसिन गरीब आदमी का ईंधन का सबसे सस्ता और सुलभ साधन है इसे भी केंद्र सरकार ने छीन ली है ,कांग्रेस ने कहा कि केंद्र सरकार उज्ज्वला योजना में गैस सिलिंडर का वितरण करके गैस की रेट को बढ़ा दी ,आज गरीब जनता केरोसिन से वंचित हो गया और उसके पास गैस भराने के लिए 900 रुपये है नही ,केंद्र सरकार के अच्छे दिन के चक्रव्यूह में जनता फंस गई है , जिसकी कितनी कीमत चुकाएगी ? समय के गर्भ में है ।नरेंद्र मोदी ने महंगाई को बढ़ाने में यही नही रुकी उसने किसानों के विरुद्ध तीन काला कानून पहले ही लागू कर दी है ,अब उर्वरक यूरिया,डीएपी,एनपीके,एमओ पी आदि की कीमत पर 400ः वृद्धि कर किसानों को सड़क में लाने की पूरी तैयारी कर चुकी थी ,किंतु कांग्रेस के भारी विरोध के चलते बढ़ी हुई कीमत को वापस लेनी पड़ी।कांग्रेस ने कहा नरेंद्र मोदी सरकार कोरोना महामारी आपदा को अवसर में बदलने लगी हुई है जबकि जनता कोरोना महामारी से जूझ रही है ।केंद्र सरकार को इस देश की जनता की हालत और विषम परिस्थिति में साथ खड़े होने चाहिए न की जनता को मझधार में छोड़कर अवसर का फायदा उठाने चाहिये।