फर्जी कागजों पर राजनीति करना रमन सिंह जी की फितरत है:शैलेश त्रिवेदी
2018 विधानसभा चुनाव के पहले शाम को कर्जमाफी में गुमराह करने वाला पत्र पूरे प्रदेश में बांटा गया था
रायपुर/19 मई 2021। कांग्रेस ने कहा है कि चुनाव के समय किसानों से किए वादे की नकली चिट्ठी बनाकर भ्रम पैदा करने वाले और अपने ही मंत्रियों की नकली सीडी बनवाने वाले रमन सिंह बिलो-द-बेल्ट राजनीति की बात कर रहे हैं।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि जो भाजपा फ़र्ज़ी आंकड़ों और दस्तावेजों के आधार पर पूरे देश में दंगा करवाने से लेकर भ्रम फैलाने का काम करती रही है वह किस मुंह से कांग्रेस पर आरोप लगा रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय प्रवक्ता तक कई नेताओं पर जिस मामले में मामला दर्ज हो चुका है उसे ही मुद्दा बनाने वाले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह को समझ में आना चाहिए कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती।
उन्होंने कहा है कि रमन सिंह और भाजपा जिस बिलो द बेल्ट राजनीति का सहारा ले रहे हैं जिस कुटिलता का सहारा ले रहे हैं उसे छत्तीसगढ़ में भी और हाल ही में बंगाल में भी मतदाताओं ने हर तरह से खारिज किया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सिंह जी के 15 वर्ष का मुख्यमंत्री काल बिलो द बेल्ट वार करने के अनेक उदाहरणों से भरा पड़ा है। उन्होंने कहा है, “मुख्यमंत्री रमन सिंह के कुशासन के खिलाफ लड़ाई की अगुवाई करने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों शहीद नंद कुमार पटेल, डॉ चरणदास महंत और भूपेश बघेल के खिलाफ रमन सिंह सरकार में जो कुछ भी किया गया मैं रमन सिंह जी से पूछना चाहता हूं कि वह बिलो द बेल्ट वार की श्रेणी में आता है या नहीं?
डॉ रमन सिंह से संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि वे यही बता दें अपने ही खास और निकट मंत्री की सीडी बनवाना, उस सीडी की जांच करने के लिए अपने ही ओएसडी को मुंबई भेजना क्या था?
उन्होंने कहा है कि फर्जी कागजों पर राजनीति करना पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की फितरत है। 2018 के विधानसभा चुनाव के मतदान के ठीक 1 दिन पहले शाम के समय पूरे प्रदेश से जानकारी मिली थी कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किसानों की कर्ज माफी नहीं होगी इस आशय का एक प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन के लेटर पैड में कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी का पत्र बांटा गया था और इसका मामला पुलिस थानों में दर्ज है।