रायपुर/04 अगस्त 2019। दिल्ली के विज्ञान भवन में सुपोषण पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर विशेष अतिथि अपनी बात रखते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कुपोषण बड़ी समस्या है। छत्तीसगढ़ सरकार इसके ख़िलाफ़ मजबूती से लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि कुपोषण के खिलाफ संघर्ष में महिला और पुरुषों के बीच गैर बराबरी बड़ी बाधक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ को कुपोषण के चक्र से मुक्त कराकर सुविकसित, सुपोषित और स्वस्थ्य राज्य बनाने का सपना सच करने के लिए कटिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि किसानों के हित के लिए हमारी सरकार काम कर रही है। हमने हर बाजार में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की योजना बनाई है। इसके साथ ही यूनिवर्सल हेल्थ योजना लागू करने की दिशा में काम शुरु हो गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के कर्ज माफ किया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार सबसे अधिक मूल्य पर धान और तेंदूपत्ता की खरीदी करती है।
खोज की जाए कि दूध और अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी
अंडे को लेकर उन्होंने कहा कि मैं इस मंच के माध्यम से लोगों से सवाल करना चाहता हूं कि इस विषय पर खोज की जाए कि दूध और अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी। उन्होंने यह भी कहा कि भोजन सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं होना चाहिए। भोजन में पोषण के लिए जरूरी तत्व भी होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों और आदिवासियों के लिए समर्पित है।
बीजेपी पर साधा निशाना
उन्होंने पूर्व की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 15 साल सत्ता में रहने के बाद भी गरीबी और कुपोषण पर जितनी सफलता मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली।